ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर के विशेषज्ञों का भी कहना है कि जीएसटी बढ़ने से इस सेक्टर पर नकारात्मक असर पड़ेगा। कारोबार कम होगा और नौकरियां भी जा सकती हैं।
पोकरिंग व ऑनलाइन रमी खेलकर पैसे कमा रहे खिलाड़ी अब सदमे में हैं। इस पर सरकार के जीएसटी लागू करने के फैसले के बाद से वह मायूस हैं। इनमें से कई तो ऐसे हैं जिनकी रोजी-रोटी इन ऑनलाइन गेम्स के सहारे ही चल रही है। ऐसे में इन्हें अब घाटे का डर सता रहा है।
ऑनलाइन गेम्स खेलकर करीब 10 माह से पैसे कमा रहे सन्नी शर्मा ने अपनी ग्रेजुएशन दिल्ली विश्वविद्यालय से की है। शुरूआत में भले ही पैसे ना कमाएं हों, लेकिन अब इससे 35 से 40 हजार रुपये कमा रहे हैं। यहां तक कि वह अपनी आगे की पढ़ाई का खर्च भी इसी से उठा रहे हैं। सरकार के नए फैसले पर उनका कहना है कि अब खिलाड़ियों को तीन टैक्स चुकाने होंगे। इसमें खेल में कुल धनराशि पर 28% टैक्स देना होगा। वहीं जो पैसा जीतेंगे उस पर 30% टैक्स लगेगा और गेमिंग प्लेटफार्म पर भाग लेने के अलग से फीस तो लगती ही है।
अभी ऑनलाइन गेमर्स और पोकर खिलाड़ियों को गेमिंग कंपनी द्वारा ली जाने वाली फीस के अलावा दांव लगाने या जीतने वाले पैसे पर कोई अतिरिक्त टैक्स नहीं देना पड़ता। लेकिन नए नियमों में उन्हें प्रत्येक दांव के कुल मूल्य पर सीधे 28% कर का भुगतान करना होगा।
सोशल मीडिया पर इंफ्ल्यूएंसर्स सरकार के इस फैसले को गलत ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि उन गेमर्स का क्या होगा जो करियर के तौर पर इन गेम्स को खेलते हैं। इंफ्ल्यूएंसर राजेश नाम ने रील पोस्ट कर सरकार के इस फैसले की रोस्टिंग कर दी है। साथ ही यूट्यूब पर इसे लेकर विरोध हो रहा है।