थाना प्रभारी वाघेला ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि महेंद्र पटेल, जगदीश पटेल का बड़ा भाई है। जगदीश पटेल पिछले साल अवैध रूप से कनाडा से अमेरिका जाते वक्त दो बच्चों और पत्नी के साथ खत्म हो गए थे। जॉनी ने भरत से वादा किया था कि वह उसे वर्क परमिट पर अमेरिका भेज सकते है।
गुजरात के नौ नागरिक अमेरिका जाते वक्त अचानक दौरान लापता हो गए। गुजरात पुलिस ने मामले में साबरकांंठा जिले से एक आव्रजन एजेंट को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि दो महिलाओं सहित नौ लोग कैरेबियाई देशों के माध्यम से अमेरिका जा रहे थे।
यह है पूरा मामला
साबरकांठा जिले की प्रांतिज पुलिस थाने के अध्यक्ष प्रदीप सिंह वाघेला ने बताया कि एक महिला की शिकायत से मामले का खुलासा हुआ। महिला ने पुलिस को बताया था कि फरवरी से उनके पति भरत रबारी ने उनकी बात नहीं हो सकी है। उन्हेें नीदरलैंड और कैरेबियाई देशों के रास्ते अमेरिका भेजा गया था। शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई। इसके बाद पुलिस ने मेहसाणा के रहने वाले एजेंट दिव्येश उर्फ जॉनी पटेल को गिरफ्तार किया। इसी के पुलिस ने एक अन्य एजेंट के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है, जिसका नाम महेंद्र बलदेवभाई पटेल है। मामले में जांच की गई तो पता चला कि जॉनी पटेल द्वारा अमेरिका भेजे गए आठ अन्य व्यक्ति भी लापता है। इन नौ लोगों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। गुजरात पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जानिए, कैसे अमेरिका पहुंचा भरत
थाना प्रभारी वाघेला ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि महेंद्र पटेल, जगदीश पटेल का बड़ा भाई है। जगदीश पटेल पिछले साल अवैध रूप से कनाडा से अमेरिका जाते वक्त दो बच्चों और पत्नी के साथ खत्म हो गए थे। जॉनी ने भरत से वादा किया था कि वह उसे वर्क परमिट पर अमेरिका भेज सकते है। इसके लिए एजेंट ने 20 लाख रुपये एडवांस लिए और बाकी रकम वहां पहुंचने के बाद देने के लिए कहा। भरत जनवरी में नीदरलैंड पहुंचे थे। फरवरी में पोर्ट ऑफ स्पेन से डोमिनिका पहुंचे। लेकिन चार फरवरी के बाद से भरत का कुछ पता नहीं चला। परिवार ने भी कई बार संपर्क की कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। एजेंट जॉनी को हमने पकड़ा, पूछताछ की तब पता चला कि भारत के अलावा और आठ लोग भी लापता हैं। बता दें, भरत पेशे से एक किसान है।