मेक्सिको के विदेश विभाग ने भी बयान जारी कर कहा है कि ‘फ्लोरिडा का कानून हजारों लोगों के मानवाधिकारों को प्रभावित करेगा। मेक्सिको लड़कियां और लड़के को इससे परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
मेक्सिको के राष्ट्रपति ने अमेरिका के नागरिकों से अपील की है कि वह अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में रिपबल्किन पार्टी के संभावित उम्मीदवार रोन डेसांटिस को वोट ना दें। दरअसल रोन डेसांटिस अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा के गवर्नर हैं और हाल ही में उन्होंने एक आव्रजन विधेयक लागू किया है। मेक्सिको सरकार का आरोप है कि इस विधेयक से प्रवासी भेदभाव के शिकार हो सकते हैं।
मेक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रेस मैनुएल लोपेज ओब्राडोर ने एक जनसभा के दौरान एक भावुक अपील करते हुए कहा कि हम इस मुद्दे पर शांत नहीं रह सकते। ओब्राडोर ने अमेरिका के लोगों से अपील करते हुए कहा कि रोन डेसांटिस को एक भी वोट नहीं मिलना चाहिए क्योंकि रोन ने प्रवासियों का तिरस्कार किया है। मेक्सिको के विदेश विभाग ने भी बयान जारी कर कहा है कि ‘फ्लोरिडा का कानून हजारों लोगों के मानवाधिकारों को प्रभावित करेगा। मेक्सिको लड़कियां और लड़के को इससे परेशानी का सामना करना पड़ेगा। साथ ही इससे अमेरिका में प्रवासी समुदाय के खिलाफ घृणा अपराध बढ़ेंगे।’
किस बात पर हो रहा फ्लोरिडा गवर्नर का विरोध
बता दें कि फ्लोरिडा में सरकार ने एक कानून लागू किया है। इस कानून के मुताबिक अमेरिका में जो लोग अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों को काम पर रखेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। यह कानून एक जुलाई से फ्लोरिडा में लागू हो गया है। फ्लोरिडा की सरकार ने 25 से ज्यादा कर्मचारियों वाली कंपनियों का ई-वेरीफिकेशन भी शुरू कर दिया है। फ्लोरिडा में इलाज के लिए मेडीक्लेम लेने के लिए भी नागरिकता संबंधी सवाल को शामिल किया गया है। राज्य में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों को बाहर करने के लिए भी पैसों का आवंटन किया गया है। पहचान पत्र पाने संबंधी नियमों को कड़ा किया गया है।
मेक्सिको के राष्ट्रपति पहले भी दूसरे देशों के अंदरुनी मामलों में बोल चुके हैं। राष्ट्रपति ओब्राडोर ने हाल ही में पेरु की सरकार को नस्लीय बता दिया था। अब अमेरिका के मामले में भी उनकी टिप्पणी सामने आई है।