राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से बगावत करने वाले गुट में शामिल पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल का कहना है कि राजनीति में वक्त के हिसाब से फैसले लिए जाते हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से बगावत करने वाले गुट में शामिल पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल का कहना है कि राजनीति में वक्त के हिसाब से फैसले लिए जाते हैं। अजित पवार के नेतृत्व में जो फैसला लिया गया है वह महाराष्ट्र के विकास के लिए लिया गया है।
शरद पवार ने हाल ही में प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया था। पटेल का कहना है कि कांग्रेस और शिवसेना के साथ मिलकर एनसीपी ने महाविकास आघाड़ी बनाई और सरकार का गठन किया था, तो वह गठबंधन भी स्वाभाविक नहीं था। उन्होंने कहा कि हम भाजपा के खिलाफ बहुत कुछ कहते हैं। लेकिन भाजपा और शिवसेना एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, बल्कि शिवसेना ज्यादा कट्टर है। इसके बावजूद एनसीपी ने शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाई। उन्होंने कहा कि राजनीति में वक्त के हिसाब से फैसले लिए जाते हैं।
शरद पवार ने कहा है कि वह अभी भी एनसीपी के अध्यक्ष हैं और असली एनसीपी उनके पास है। पवार के बारे में कुछ भी कहने से इन्कार करते हुए पटेल ने कहा कि एनसीपी हम ही हैं। हम एनसीपी के चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे। असली नकली का सवाल नहीं. एनसीपी एक ही है। उन्होंने यह भी दावा किया पार्टी में भारी बहुमत और लोकतांत्रिक तरीके से यह फैसला किया गया है। काफी सोच विचार के बाद फैसला हुआ है।
मोदी ने दो बार बहुमत से सरकार बनाई
पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री देश ही नहीं विदेश में भी बहुत लोकप्रिय हैं। देश में तो प्रधानमंत्री की लोकप्रियता सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने पूर्ण बहुमत के साथ दो बार सरकार बनाई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के भीतर सही तालमेल नहीं है।
फैसले को सबके सामने रखेंगे
अजित पवार गुट ने पांच जुलाई को पार्टी की बैठक बुलाई है। शरद पवार ने भी उसी दिन पार्टी की बैठक बुलाई है। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि फैसला बहुमत के साथ हुआ है, लेकिन बैठक में इसे और भी व्यापक स्तर पर रखा जाएगा और लोगों की मंजूरी ली जाएगी। पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले के बारे में उन्होंने कहा कि उनके साथ पारिवारिक संबंध हैं। पार्टी में कुछ भी हो संबंध बने रहेगे।
तुम करो तो अच्छा, दूसरे करें तो गलत : ओवैसी
विपक्ष की हर पार्टी का नेता रो रहा है कि बीजेपी ने एनसीपी को तोड़ दिया। आज 40 विधायक चले गए तो गलत है और बिहार में हमारे 4 विधायकों को आपने खरीद लिया तो वह सही था? तुम करो तो अच्छा और दूसरे करें तो गलत?