सूत्रो के अनुसार घोष से उनकी संपत्ति, एक फ्लैट की खरीद के दौरान हुए लेन-देन, आयकर रिटर्न, बैंक खातों और निवेश से संबंधित विवरण देने के लिए कहा जाएगा।
पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल युवा अध्यक्ष सायोनी घोष से 11 घंटे की लगातार पूछताछ की। ईडी के समन पर घोष सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थिति ईडी दफ्तर में पहुंचीं थी। उनके लिए खाना भी ईडी ऑफिस भेजा गया था। दिनभर जो पूछताछ हुई है, वह रिकॉर्ड दिल्ली ईडी स्थित मुख्यालय भेजा गया है।
ईडी की पूछताछ के बाद दफ्तर से बाहर आईं घोष ने कहा कि मैंने अपने दस्तावेज जमा किए हैं। जांच में ईडी का सहयोग कर रही हूं। 11 घंटे तक में दफ्तर रही। अगर मुझे दोबारा बुलाया जाएगा तो मैं दोबारा यहां आऊंगी।
अब जानिए, पूछताछ से पहले क्या बोलीं घोष
घोष सुबह 11.12 बजे दफ्तर पहुंची। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि ईडी का नोटिस मुझे मिला हुआ था। मैं चुनाव प्रचार में व्यस्त थी, इसीलिए किसी से बात नहीं कर पाई। मात्र 48 घंटे के शॉर्ट नोटिस पर मुझे बुलाया गया है। मैं जांच में सहयोग करने के लिए आई हूं। उन्होंने कहा कि जांच में 100 फीसदी सहयोग करूंगी। उनसे चार अधिकारियों ने पूछताछ की।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल कांग्रेस की युवा प्रदेश अध्यक्ष और बंगाली अभिनेत्री सायोनी घोष को नोटिस जारी किया था। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सायोनी घोष से कुछ वित्तीय लेन-देने के बारे में पूछताछ की गई। बताया जा रहा है कि निष्कासित तृणमूल युवा नेता कुंतल घोष के साथ उनके वित्तीय लेनदेन पर उनसे पूछताछ की गई। कुंतल की कुछ संपत्तियों की जांच के दौरान घोटाले के मामले में सायोनी का नाम सामने आया।