बीती 28 जनवरी को अमेरिका के राज्य अलास्का से एक जासूसी गुब्बारा अमेरिका के हवाई क्षेत्र में दाखिल हुआ था। इसके बाद वह अमेरिका के कई राज्यों से होकर गुजरा। इस दौरान उसने अमेरिका के कई संवेदनशील सैन्य ठिकानों के ऊपर से भी उड़ान भरी थी। अमेरिका ने इसे 4 फरवरी को मार गिराया था।
अमेरिका और चीन के बीच इसी साल फरवरी में एक जासूसी गुब्बारे को लेकर जबरदस्त तनाव पैदा हो गया था। दरअसल, अमेरिकी राज्य मोंटाना के आसमान में चीन के एक गुब्बारे को देखा गया था। चीन ने इसे आखिर तक मौसम की जानकारी इकट्ठा करने वाला मार्ग से भटका हुआ गुब्बारा करार दिया था। हालांकि, अमेरिकी वायुसेना ने इसे मार गिराया था। अब अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने खुलासा किया है कि जिस चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया गया, उसने कोई भी खुफिया जानकारी इकट्ठा नहीं की थी। पेंटागन ने स्पष्ट तौर पर यह नहीं बताया है कि चीन का यह गुब्बारा जासूसी के लिए था भी या नहीं। हालांकि, रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने बताया कि न तो इस गुब्बारे ने कोई संवेदनशील डेटा इकट्ठा किया और न ही उसे चीन को भेजा। उन्होंने कहा, “हमें पता है कि इस गुब्बारे में खुफिया जानकारी जुटाने की क्षमता थी। लेकिन यह हमारा विश्लेषण है कि इस गुब्बारे ने अमेरिका के आसमान से गुजरते हुए कोई संवेदनशील डेटा नहीं जुटाया।” राइडर ने कहा कि गुब्बारे के खिलाफ सख्त कदम उठाकर पेंटागन ने पहले ही ऐसी किसी कोशिश को रोक दिया था।
अमेरिका-चीन के थे अलग-अलग दावे
चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने की घटना के बाद बीते कुछ महीनों से अमेरिका और चीन के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया था। बीती 28 जनवरी को अमेरिका के राज्य अलास्का से एक जासूसी गुब्बारा अमेरिका के हवाई क्षेत्र में दाखिल हुआ था। इसके बाद वह अमेरिका के कई राज्यों से होकर गुजरा। इस दौरान उसने अमेरिका के कई संवेदनशील सैन्य ठिकानों के ऊपर से भी उड़ान भरी। जिसमें मोंटाना का सैन्य बेस भी शामिल है, जहां अमेरिका के परमाणु हथियार तैनात हैं।
अमेरिकी सेना के अनुसार, गुब्बारे का आकार तीन बसों के बराबर था। 4 फरवरी को इस गुब्बारे को अमेरिका ने निशाना बनाकर अटलांटिक समुद्र में गिरा दिया था, जहां से उसके अवशेष बरामद कर लिए गए थे। गुब्बारे के बारे में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि उसपर सिग्नल लगे हुए थे, जो खुफिया जानकारी इकट्ठे करने के काम आता है। विमान में कई एंटिना थे, जिससे भूमि की पहचान की जा सकती थी। हालांकि, अमेरिका के आरोपों पर चीन ने कहा था कि वह एक नागरिक हवाई जहाज था, जिसका इस्तेमाल मौसम की जांच के लिए किया जाता है। चीनी गुब्बारे के कारण अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपनी चीन यात्रा भी स्थगित कर दी थी। तनाव बढ़ने के कारण कुछ दिनों पहले ब्लिंकन ने चीन का दौरा किया था।