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गांगुली ने रहाणे को उपकप्तान बनाने पर उठाए सवाल, पूछा- क्या यह जडेजा को मौका देने का सही वक्त नहीं?

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भारत को 12 जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। इसके लिए टीम का एलान कर दिया गया है। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियशिप के नए साइकिल में खेलने उतरेगी। वहीं, 18 महीने बाद टीम में वापसी करने वाले अजिंक्य रहाणे को उपकप्तान बनाया गया है। रहाणे को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन का इनाम मिला। हालांकि, भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली इस फैसले से हैरान हैं। उन्होंने चयनकर्ताओं के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं और साथ ही चयन प्रक्रिया में “स्थिरता और निरंतरता” की मांग की है।

रहाणे से डेढ़ साल पहले छीनी गई थी उपकप्तानी

35 वर्षीय रहाणे पिछले डेढ़ साल से टीम से बाहर थे, लेकिन इस महीने की शुरुआत में ओवल में 89 और 46 के स्कोर के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रहे। वापसी करने के सिर्फ एक टेस्ट के बाद अंतरिम चीफ सेलेक्टर शिव सुंदर दास की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय चयन समिति ने रहाणे को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए रोहित शर्मा के डिप्टी के रूप में नियुक्त किया। 2021 में इंग्लैंड टूर पर रहाणे उपकप्तान थे। तब टेस्ट सीरीज में फेल रहने के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसी साल के अंत में टेस्ट सीरीज से पहले रहाणे से उपकप्तानी छीन ली गई थी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद रहाणे को टीम से भी बाहर कर दिया गया था।

जडेजा को उपकप्तानी का दावेदार मानते हैं गांगुली

Ravindra Jadeja Breaks Kapil Dev's 35-Year-Old Record With Mammoth Knock |  Cricket News

यह पूछे जाने पर कि क्या इस भूमिका के लिए शुभमन गिल जैसे किसी खिलाड़ी को तैयार करने का सही वक्त नहीं था? इसके जवाब में गांगुली ने कहा- हां, मुझे ऐसा लगता है। हालांकि, गांगुली ने न ही रहाणे के फैसले को खराब बताया, न ही इसे अच्छा बताया है। उन्होंने कहा- मैं यह नहीं कहूंगा कि बीसीसीआई ने एक कदम पीछे लिया है। आप 18 महीने तक टीम से बाहर रहे हैं, फिर आप एक टेस्ट खेलते हैं और आप उपकप्तान बन जाते हैं। मुझे इसके पीछे की विचार प्रक्रिया समझ में नहीं आती है। रवींद्र जडेजा हैं, वह लंबे समय से टीम के साथ हैं और टेस्ट मैचों में उनका खेलना निश्चित है। वह एक मजबूत दावेदार हैं।

पुजारा को लेकर यह बोले गांगुली

भारत के सबसे बेहतरीन टेस्ट कप्तानों में से एक रहे गांगुली ने कहा-  टीम में वापस आना और 18 महीने के बाद सीधे उपकप्तान बनना, मुझे समझ नहीं आता। मेरी एकमात्र बात यह है कि चयन में निरंतरता होनी चाहिए। भारतीय चयनकर्ताओं ने चेतेश्वर पुजारा जैसे दिग्गज बल्लेबाज को बाहर करके बदलाव का कदम उठाया है और गांगुली चाहते हैं कि भारत के लिए 100 से अधिक टेस्ट खेल चुके खिलाड़ी के साथ क्लीयर कम्यूनिकेशन होना चाहिए।

गांगुली ने कहा, “चयनकर्ताओं को पुजारा के बारे में स्पष्ट विचार रखना चाहिए। क्या चयनकर्ता चाहते हैं कि पुजारा फिर से कभी टेस्ट खेलें या वह युवाओं के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं। इस बारे में पुजारा से स्पष्ट बातचीत होनी चाहिए। पुजारा जैसे खिलाड़ी के साथ यह खेल नहीं किया जा सकता कि उन्हें चुना, फिर ड्रॉप किया, फिर चुना और फिर ड्रॉप किया। अजिंक्य रहाणे के साथ भी ऐसा ही है।

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