मैनपुरी में शनिवार की सुबह बड़े भाई ने दो छोटे भाइयों, नवविवाहित बहू, भाई के दोस्त सहित पांच लोगों की फरसा से काट कर हत्या कर दी। इसके बाद पत्नी और मामी पर भी हमला किया। लेकिन दोनों किसी तरह बच गईं। हत्याओं को अंजाम देने के बाद खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली।
रात में रोने की आवाजें रविवार की सुबह भी घर में सुनाईं दीं। वहीं घटना के बाद लाचार हो चुके वृद्ध सुभाष चंद्र एक चबूतरे पर चारपाई पर बैठे आने-जाने वालों को उम्मीद भरी नजरों से निहारते दिखे। जैसे ही कोई घटना का जिक्र करता तो उनकी आंखों में शनिवार की सुबह का मंजर तैर जाता। रुंधे गले से अपने तीनों बेटों, बहू, दामाद को खोने का दर्द बयां करते हुए अचानक रोने लगते।
मां की याद कर रोता है मासूम किट्टू
गोकुलपुर में हुए सामूहिक हत्याकांड में किसी ने बेटा, किसी ने भाई व अन्य रिश्ते खोए हैं। तीन माह के मासूम किट्टू ने पिता तो खो ही दिया। मां भी जिंदगी और मौत से जूझ रही है। परिवार के लोग उसे संभाल तो रहे हैं। मां की गोद न मिलने के चलते किट्टू का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार की महिलाओं ने रविवार को बमुश्किल उसे बोतल से दूध पिलाकर चुप कराया। बच्चे की हालत देख महिलाएं भी परेशान हैं।
रविवार को थाना प्रभारी किशनी अनिल सिंह गांव पहुंचे और परिजन से बातचीत की। इसके साथ ही घटनास्थल का भी दोबारा निरीक्षण किया। थानाध्यक्ष कुर्रा अमित सिंह ने जैसे ही एक कमरे में नवविवाहिता जेवर बिखरे हुए देखे तो उन्हें एकत्र कर एक कमरे में रखने के बाद ताला डाल दिया। चाबी राशन विक्रेता हरेंद्र यादव को दे दी। सतर्कता को लेकर गांव में पुलिसकर्मी तैनात रहे।
पुलिस को जांच के दौरान आरोपी शिववीर यादव की जेब से दो गोलियां और एक स्प्रे बरामद हुआ। इसे जांच के लिए पुलिस ने कब्जे में लेकर लैब भेजा है। वहीं आरोपी की जेब से पुलिस को 315 बोर के दो कारतूस भी मिले। लैब की रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो सकेगा कि गोलियां और स्प्रे नशे से संबंधित थीं।
रविवार को गोकुलपुर निवासी सुभाष यादव के घर में लोगों का आना जाना रहा। वहीं कई नेता भी पीड़ित परिवार से मिले और सांत्वना दी। गांव पहुंचने वालों में बसपा जिलाध्यक्ष प्रेमचंद शाक्य, जोन कॉर्डिनेटर सुनील वर्मा, बसपा नेता गौरव नंद आदि शामिल थे।
मैनपुरी के किशनी गांव के गोकुलपुर अरसारा में शनिवार की सुबह बड़े भाई ने दो छोटे भाइयों, नवविवाहित बहू, भाई के दोस्त सहित पांच लोगों की फरसा से काट कर हत्या कर दी। इसके बाद पत्नी और मामी पर भी हमला किया। लेकिन दोनों किसी तरह बच गईं। पिता ने रोका तो उनके हाथ में भी फरसा मार दिया। वह भी घायल हुए हैं।
हत्याओं को अंजाम देने के बाद खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पिता ने कहा कि कर्ज न चुका पाने पर मानसिक रूप से परेशान था, इसीलिए हत्याकांड को अंजाम दिया है। हत्याकांड से गोकुलपुर गांव दहल गया। एडीजी और आईजी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर स्थिति की जानकारी ली। एडीजी राजीव कृष्ण का कहना है कि जब तक घायलों को होश नहीं आ जाता तब तक हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सकता। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।