खतना मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। बरेली के डॉक्टर एम खान अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। अस्पताल में भर्ती मरीजों को शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं। पूरे मामले की जांच रिपोर्ट दो दिन में शासन को भेजी जाएगी।
बरेली में तोतलेपन का इलाज कराने पहुंचे बच्चे का खतना करने के मामले में जांच कमेटी ने प्रथम दृष्टया अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार मानते हुए लाइसेंस निलंबित कर दिया है। पीड़ित परिवार ने बयान में अस्पताल प्रबंधन पर सही जानकारी न देने की बात कही है। हालांकि, अभी अभिलेखों की जांच बाकी है। दो दिन में जांच पूरी कर विस्तृत रिपोर्ट शासन को भेजने की बात सीएमओ ने कही है।
स्टेडियम रोड स्थित एम खान अस्पताल में शुक्रवार को संजय नगर के एक हिंदू दंपती अपने दो साल के बेटे का तोतलेपन का इलाज कराने पहुंचे थे। आरोप है कि तालू के ऑपरेशन के बजाय बच्चे का खतना कर दिया गया।
हिंदू संगठनों ने किया था हंगामा
गठित चार सदस्यीय कमेटी ने पहले अस्पताल प्रबंधन के बयान दर्ज किए थे। रविवार को टीम पीड़ित परिवार का बयान दर्ज करने पहुंची। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक परिजनों ने बयान में कहा है कि स्टाफ ने अंग्रेजी में लिखी फाइल पर हस्ताक्षर कराए थे। हस्ताक्षर के दौरान परिजनों ने कहा था कि उन्हें अंग्रेजी समझ में नहीं आती पर डॉक्टर ने कोई खास बात नहीं कहकर हस्ताक्षर करने को कहा।