दिल्ली में पानी मीटरों में आ रही परेशानी को देखते हुए जल बोर्ड अपना रेवेन्यू मैनेजमेंट सिस्टम (आरएमएस) अपडेट करने जा रहा है। पुराने मीटरों को ही स्मार्ट किया जाएगा। इससे मीटर गड़बड़ी को रोका जाएगा।
पानी के गलत या ज्यादा बिल मिलने की शिकायत अब दिल्ली में बीते दिनों की बात होगी। दिल्ली जल बोर्ड इसके लिए पानी के हर मीटर को जीआईएस से जोड़ेगा। साथ ही क्यूआर कोड लगाकर एक यूनिक आईडी भी दी जाएगी। अपनी सेवाओं को उन्नत और उपभोक्ता अनुकूल बनाने के लिए बोर्ड कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का भी इस्तेमाल करेगा। इससे बिलों की खामियों को रोका जा सकेगा और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।
पुराने मीटर बनेंगे स्मार्ट मीटर
दिल्ली जल बोर्ड दरअसल अपने रेवेन्यू मैनेजमेंट सिस्टम (आरएमएस) में कई नए बदलाव करने जा रहा है। इसमें साधारण मीटर स्मार्ट मीटर में बदलेंगे। इसके लिए ग्राहकों को मीटर बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पुराना मीटर ही स्मार्ट में बदलेगा। इसके लिए मीटर को जीआईएस से जोड़ा जाएगा और इस पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा। इससे जुड़ने के बाद मीटर रीडर रीडिंग लेने में कोई लापरवाही नहीं बरत पाएंगे। बोर्ड का कहना है कि इस प्रोजेक्ट की स्टडी, एक्शन प्लान और तकनीकी सहायता के लिए एक विशेषज्ञ फर्म की सेवाएं ली गई हैं। प्रोजेक्ट का टेंडर जारी कर दिया गया है। दिल्ली जल बोर्ड द्वारा दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तकनीक उपलब्ध कराने वाली एजेंसी को इस काम के लिए चुना जाएगा।
दिल्ली जल बोर्ड दरअसल अपने रेवेन्यू मैनेजमेंट सिस्टम (आरएमएस) में कई नए बदलाव करने जा रहा है। इसमें साधारण मीटर स्मार्ट मीटर में बदलेंगे। इसके लिए ग्राहकों को मीटर बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पुराना मीटर ही स्मार्ट में बदलेगा। इसके लिए मीटर को जीआईएस से जोड़ा जाएगा और इस पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा। इससे जुड़ने के बाद मीटर रीडर रीडिंग लेने में कोई लापरवाही नहीं बरत पाएंगे। बोर्ड का कहना है कि इस प्रोजेक्ट की स्टडी, एक्शन प्लान और तकनीकी सहायता के लिए एक विशेषज्ञ फर्म की सेवाएं ली गई हैं। प्रोजेक्ट का टेंडर जारी कर दिया गया है। दिल्ली जल बोर्ड द्वारा दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तकनीक उपलब्ध कराने वाली एजेंसी को इस काम के लिए चुना जाएगा।
मीटर रीडर की नहीं चलेगी चालाकी
पूरा सिस्टम तैयार होने के बाद मीटर रीडर की चालाकी नहीं चलेगी। एप के जरिये उसका जीआईएस रूट प्लान बनाया जाएगा। इस प्लान से ट्रैक किया जा सकेगा कि मीटर रीडर रूट में दिए गए संबंधित मीटर की रीडिंग लेने घर पहुंचा है या नहीं। साथ ही मीटर रीडर के लिए रीडिंग की फोटो को सिस्टम में अपलोड कराना भी अनिवार्य होगा। मीटर के जीआईएस टैग फोटो में समय और लोकेशन जैसी जानकारी मिल पाएगी।
पूरा सिस्टम तैयार होने के बाद मीटर रीडर की चालाकी नहीं चलेगी। एप के जरिये उसका जीआईएस रूट प्लान बनाया जाएगा। इस प्लान से ट्रैक किया जा सकेगा कि मीटर रीडर रूट में दिए गए संबंधित मीटर की रीडिंग लेने घर पहुंचा है या नहीं। साथ ही मीटर रीडर के लिए रीडिंग की फोटो को सिस्टम में अपलोड कराना भी अनिवार्य होगा। मीटर के जीआईएस टैग फोटो में समय और लोकेशन जैसी जानकारी मिल पाएगी।
डीजेबी उपाध्यक्ष ने की बैठक
दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने शुक्रवार को विभागीय अधिकारियों के साथ इस मसले पर बैठक की। भारती ने अधिकारियों से कहा कि दिल्ली जल बोर्ड दुनिया की सबसे एडवांस तकनीक का इस्तेमाल करेगा। रेवेन्यू मैनेजमेंट सिस्टम को अपग्रेड और आधुनिक करने के लिए इस क्षेत्र में काम करने वाली एजेंसियों से आवेदन मांगे गए हैं। कोशिश पूरे सिस्टम को पारदर्शी और उपभोक्ता अनुकूल बनाने की है।
दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने शुक्रवार को विभागीय अधिकारियों के साथ इस मसले पर बैठक की। भारती ने अधिकारियों से कहा कि दिल्ली जल बोर्ड दुनिया की सबसे एडवांस तकनीक का इस्तेमाल करेगा। रेवेन्यू मैनेजमेंट सिस्टम को अपग्रेड और आधुनिक करने के लिए इस क्षेत्र में काम करने वाली एजेंसियों से आवेदन मांगे गए हैं। कोशिश पूरे सिस्टम को पारदर्शी और उपभोक्ता अनुकूल बनाने की है।
डीजेबी लॉन्च करेगा चैट बोट
डीजेबी अपनी सेवाएं आसान और कस्टमर फ्रेंडली बनाने के लिए जल्द चैट बोट लॉन्च करेगा, जिसके माध्यम से ग्राहकों को बिल जमा करने, नया कनेक्शन लेने, दोबारा कनेक्शन लेने, शिकायत दर्ज कराने और डिस्कनेक्शन से जुड़ी जानकारियां मिल पाएगी।
डीजेबी अपनी सेवाएं आसान और कस्टमर फ्रेंडली बनाने के लिए जल्द चैट बोट लॉन्च करेगा, जिसके माध्यम से ग्राहकों को बिल जमा करने, नया कनेक्शन लेने, दोबारा कनेक्शन लेने, शिकायत दर्ज कराने और डिस्कनेक्शन से जुड़ी जानकारियां मिल पाएगी।