अश्विन ने 2021-23 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल में 61 विकेट लिए थे। वह इस दौरान भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी रहे। ओवरऑल 2021-23 WTC साइकिल की बात करें तो अश्विन ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन और दक्षिण अफ्रीका के कगिसो रबाडा के बाद तीसरे स्थान पर रहे थे।
भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में 209 रन की करारी हार झेलनी पड़ी। इस हार के बाद टीम इंडिया की रणनीति पर भी काफी सवाल उठे। साथ ही टीम मैनेजमेंट, कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा पर भी निशाना साधा गया। सबसे ज्यादा आलोचना वर्ल्ड नंबर वन टेस्ट बॉलर रविचंद्रन अश्विन को नहीं खिलाने को लेकर हुई।
सुनील गावस्कर, सौरव गांगुली और रिकी पोंटिंग समेत तमाम दिग्गजों ने अश्विन को नहीं खिलाने की आलोचना की थी। अब इस मामले पर खुद अश्विन ने भी टीम मैनेजमेंट और कप्तान रोहित पर तंज कसा है और धोनी के समय से तुलना की है। अश्विन ने कहा कि जब खिलाड़ी धोनी की कप्तानी में खेलते थे, तो खिलाड़ी असुरक्षित महसूस नहीं करते थे।
अश्विन ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा- यह समझा जा सकता है कि भारत के पिछले 10 वर्षों से कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीतने पर लोगों के बीच गुस्सा है। मैं फैंस का इसमें समर्थन करता हूं। सोशल मीडिया पर अब यह रिएक्शन है कि इस खिलाड़ी को ड्रॉप कर देना चाहिए या उस खिलाड़ी को शामिल किया जाना चाहिए। हालांकि, किसी खिलाड़ी की क्वालिटी सिर्फ एक रात से नहीं बदल जाती।
अश्विन ने कहा- हम में से कई महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी की बात करते हैं। उन्होंने क्या किया था? उन्हें चीजों को काफी साधारण रखा था। उनकी कप्तानी के दौरान, जिसमें मैं भी खेला था, वह 15 खिलाड़ियों का स्क्वॉड चुनते थे। हर सीरीज में वह वही 15 खिलाड़ियों का स्क्वॉड चुनते थे और उसी प्लेइंग-11 के साथ सालभर मैदान में उतरते थे। टीम में सुरक्षा की भावना किसी भी खिलाड़ी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
अश्विन ने 2021-23 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल में 61 विकेट लिए थे। वह इस दौरान भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी रहे। ओवरऑल 2021-23 WTC साइकिल की बात करें तो अश्विन ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन और दक्षिण अफ्रीका के कगिसो रबाडा के बाद तीसरे स्थान पर रहे थे। ऐसे में उन्हें फाइनल में नहीं खिलाने के फैसले की खूब आलोचना हुई थी। पूर्व कप्तान गांगुली ने कहा था- अगर टीम में आपके पास अश्विन, हरभजन सिंह और अनिल कुंबले जैसा गेंदबाज हो, चाहे कंडीशन कैसी भी हो, उन्हें खिलाना जरूरी होता है।
वहीं, पूर्व महान बल्लेबाज गावस्कर ने कहा था- अगर आपके पास वर्ल्ड नंबर वन आईसीसी रैंकिंग वाला बैटर होता। अगर वह पिछले कुछ समय से घास वाली पिचों पर रन नहीं बना पाया हो या स्पिन की मददगार पिच पर रन न बना पाया हो तो क्या उसे टीम से बाहर कर दिया गया होता? बिल्कुल नहीं। सिर्फ गांगुली-गावस्कर नहीं बल्कि, रिकी पोंटिंग और माइकल वॉन तक ने अश्विन को न खिलाने को भारी भूल बताया था।