झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी रंजन को बीते छह मई को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तारी के बाद छवि रंजन को समाज कल्याण विभाग झारखंड के निदेशक पद से निलबिंत कर दिया गया था।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने निलंबित आईएएस अधिकारी छवि रंजन से जुड़े जमीन घोटाले के मामले में रांची के एक व्यवसायी विष्णु अग्रवाल से पूछताछ की है। इस मामले में झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी रंजन को बीते छह मई को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तारी के बाद छवि रंजन को समाज कल्याण विभाग झारखंड के निदेशक पद से निलबिंत कर दिया गया था। मामले में अब तक सात पुलिस सात आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
क्या है मामला?
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कथित अवैध भूमि बिक्री से संबद्ध धन शोधन की जांच कर रही है। इसी सिलसिले में झारखंड के आईएएस अधिकारी छवि रंजन को इस सप्ताह के अंत में पूछताछ के लिए तलब किया गया था। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2011 बैच के अधिकारी को 21 अप्रैल को राज्य की राजधानी रांची में एजेंसी के कार्यालय में बयान देने के लिए कहा गया था। एजेंसी ने पिछले सप्ताह उनसे संक्षिप्त पूछताछ की थी, जब इस मामले में झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में उनके तथा अन्य के परिसरों में छापेमारी की गई थी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कथित अवैध भूमि बिक्री से संबद्ध धन शोधन की जांच कर रही है। इसी सिलसिले में झारखंड के आईएएस अधिकारी छवि रंजन को इस सप्ताह के अंत में पूछताछ के लिए तलब किया गया था। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2011 बैच के अधिकारी को 21 अप्रैल को राज्य की राजधानी रांची में एजेंसी के कार्यालय में बयान देने के लिए कहा गया था। एजेंसी ने पिछले सप्ताह उनसे संक्षिप्त पूछताछ की थी, जब इस मामले में झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में उनके तथा अन्य के परिसरों में छापेमारी की गई थी।
22 ठिकानों पर ईडी ने की थी छापेमारी
मालूम हो कि गत 13 अप्रैल को आईएएस छवि रंजन के रांची स्थित दो व जमशेदपुर स्थित एक ठिकाने सहित कुल 22 ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा था। इस दौरान ईडी को बड़गाईं अंचल कार्यालय के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के आवास से सरकारी फाइलें व सैकड़ों जमीन के डीड मिले थे।
मालूम हो कि गत 13 अप्रैल को आईएएस छवि रंजन के रांची स्थित दो व जमशेदपुर स्थित एक ठिकाने सहित कुल 22 ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा था। इस दौरान ईडी को बड़गाईं अंचल कार्यालय के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के आवास से सरकारी फाइलें व सैकड़ों जमीन के डीड मिले थे।