माइक्रोन टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष एवं सीईओ संजय मेहरोत्रा ने कहा कि मेरी पीएम मोदी के साथ एक उत्कृष्ट बैठक हुई। मैं भारत के लिए उनके दृष्टिकोण और भारत द्वारा की जा रही प्रगति से बहुत प्रभावित हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वाशिंगटन डीसी में माइक्रोन टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष-सीईओ संजय मेहरोत्रा से मुलाकात की। साथ ही प्रधानमंत्री की जनरल इलेक्टिक के अध्यक्ष और सीईओ और जनरल इलेक्टिक एयरोस्पेस के सीईओ एच. लॉरेंस कल्प जूनियर से भी मुलाकात हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद माइक्रोन टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष एवं सीईओ संजय मेहरोत्रा ने कहा कि मेरी पीएम मोदी के साथ एक उत्कृष्ट बैठक हुई। मैं भारत के लिए उनके दृष्टिकोण और भारत द्वारा की जा रही प्रगति से बहुत प्रभावित हूं। हमने कई विषयों पर चर्चा की और हम वास्तव में भारत में अधिक अवसरों की आशा करते हैं।
एप्लाइड मैटेरियल्स के अध्यक्ष और सीईओ, गैरी ई. डिकर्सन कहते हैं, “मैं भारत से बहुत प्रभावित हूं और मेरा मानना है कि सेमीकंडक्टर उद्योग में भारत के विकास का अवसर अब है। यह भारत के लिए अविश्वसनीय विकास का समय है। भारत एक विश्वसनीय भागीदार है और दुनिया भर के कई देश भारत के भरोसे और जबरदस्त प्रतिभा को देखते हैं। हम जल्द ही भारत में एक नवाचार केंद्र की घोषणा करेंगे जो उपकरणों में नवाचार पर ध्यान केंद्रित करेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि भारत के साथ मिलकर काम करके हम जबरदस्त सफलता हासिल कर सकते हैं।”
केंद्रीय कैबिनेट ने संयंत्र लगाने को दी थी मंजूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले केंद्रीय कैबिनेट ने माइक्रोन टेक्नोलॉजी के 2.7 अरब डॉलर के सेमीकंडक्टर परीक्षण और पैकेजिंग संयंत्र लगाने की मंजूरी दे दी थी। सूत्र के मुताबिक, यह संयंत्र प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात में लगेगा। भारत सरकार अमेरिकी कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी को 110 अरब रुपये (1.34 अरब डॉलर) के उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन भी देगी।
पीएम के अमेरिका दौरे से पहले तकनीकी उन्नति के लिए मोदी के विजन को सराहा
पीएम के अमेरिका दौरे से पहले माइक्रोन टेक्नोलॉजी के सीईओ संजय मेहरोत्रा ने तकनीकी प्रगति के लिए पीएम मोदी के दृष्टिकोण की सराहना की थी। एक वीडियो में संजय मेहरोत्रा ने कहा कि वह पीएम मोदी की राजकीय यात्रा का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हम अपने वैश्विक पदचिह्न के हिस्से के रूप में भारत में बहुत संभावनाएं देखते हैं। भारतीयों ने हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी है, चाहे वह निजी क्षेत्र में हो, शिक्षा या सरकार दुनिया भर के देशों के सांस्कृतिक ताने-बाने को समृद्ध कर रही हो।