नागपुर के जगन्नाथ मंदिर में दर्शन करने के बाद भागवत ने कहा, राक्षसी ताकतें भारत की प्रगति का विरोध करती हैं और आंतरिक कलह भड़काकर परेशानी खड़ी करने पर तुली हुई हैं। भागवत ने एक-दूसरे के साथ सद्भाव से रहने के महत्व को भी रेखांकित किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि जो नहीं चाहते कि भारत आगे बढ़े, वे यहां के समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
नागपुर के जगन्नाथ मंदिर में दर्शन करने के बाद भागवत ने कहा, राक्षसी ताकतें भारत की प्रगति का विरोध करती हैं और आंतरिक कलह भड़काकर परेशानी खड़ी करने पर तुली हुई हैं। भागवत ने एक-दूसरे के साथ सद्भाव से रहने के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा, जब तक हम एकजुट हैं, तब तक दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं है, जो हमें हरा सके। यही कारण है वे हमें तोड़ने की कोशिश करते हैं। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि भारत आगे बढ़ रहा है, लेकिन कुछ राक्षसी ताकतें हैं जो भारत की प्रगति को पसंद नहीं करती हैं। उन्होंने कहा, ये राक्षसी ताकतें लोगों के बीच दुश्मनी पैदा करने के लिए विभिन्न मुद्दों का इस्तेमाल कर रही हैं।