स्नातक स्तर के हर विद्यार्थियों के लिए तीन वर्ष में छह सेमेस्टर होंगे। हर सेमेस्टर में एक सह पाठ्यक्रम भी होगा। छह सेमेस्टर की तरह छह सह पाठ्यक्रम भी हैं। इनमें भोजन, पोषण व स्वच्छता, प्राथमिक चिकित्सा और स्वास्थ्य, मानव मूल्य और पर्यावरण अध्ययन, शारीरिक शिक्षा और योग, विश्लेषणात्मक योग्यता और डिजिटल जागरुकता, संचार कौशल और व्यक्तित्व विकास है।
स्नातक स्तर के हर विद्यार्थियों के लिए तीन वर्ष में छह सेमेस्टर होंगे। हर सेमेस्टर में एक सह पाठ्यक्रम भी होगा। छह सेमेस्टर की तरह छह सह पाठ्यक्रम भी हैं। इनमें भोजन, पोषण व स्वच्छता, प्राथमिक चिकित्सा और स्वास्थ्य, मानव मूल्य और पर्यावरण अध्ययन, शारीरिक शिक्षा और योग, विश्लेषणात्मक योग्यता और डिजिटल जागरुकता, संचार कौशल और व्यक्तित्व विकास है। इन सभी सह पाठ्यक्रम को न्यूनतम 40 फीसदी अंकों के साथ विद्यार्थी को उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। विद्यार्थी की अंक तालिका पर इनके ग्रेड तो अंकित होंगे, लेकिन उन्हें सीजीपीए की गणना में शामिल नहीं किया जाएगा। सह पाठ्यक्रम को उत्तीर्ण किए बिना विवि द्वारा विद्यार्थी को निकास करने पर प्रमाण पत्र, डिप्लोमा या डिग्री उपाधि आवंटित नहीं होगी। अनिवार्य सह पाठ्यक्रम की 75 फीसदी अंकों की बाह्य परीक्षा का संचालन विवि के राष्ट्रीय शिक्षा प्रकोष्ठ करेगा।
ऐसे बनेगा ग्रेड
विद्यार्थी द्वारा अर्जित आंतरिक व बाह्य परीक्षाओं में प्राप्तांक को जोड़कर विवि ग्रेड व पर्सेंटाइल बनेगा।
ग्रेड विवरण अंकों की सीमा ग्रेड प्वाइंट
ओ आसाधारण 91-100 10
ए-प्लस सर्वश्रेष्ठ 81-90 9
ए बहुत अच्छा 71-80 8
बी-प्लस अच्छा 61-70 7
बी औसत से ज्यादा 51-60 6
सी औसत 41-50 5
पी उत्तीर्ण 33-40 (स्नातक) 4 (परास्नातक)