जूनागढ़ के एसपी रवि तेजा वासमसेट्टी ने बताया कि मजेवाड़ी गेट के पास एक दरगाह है। जूनागढ़ नगर पालिका द्वारा दरगाह को नोटिस दिया गया और पांच दिन में दरगाह की वैधता को लेकर कागजात जमा करने का निर्देश दिया।
गुजरात के जूनागढ़ इलाके में हिंसा मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने रविवार को जूनागढ़ के एसपी को पत्र लिखा। एनसीपीसीआर ने हिंसा की जांच शुरू करने का आग्रह किया जिसमें नाबालिग बच्चों को हिंसक गतिविधियों में लिप्त बताया गया। आयोग ने जूनागढ़ एसपी को पत्र मिलने के सात दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी है।
एनसीपीसीआर के चेयरपर्सन प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के माध्यम से जानकारी मिली है कि जूनागढ़ में एक अवैध अतिक्रमण को हटाने गई पुलिस पर हमला किया गया। इसके अलावा साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने व पत्थरबाज़ी में अपराधियों द्वारा बच्चों का इस्तेमाल किया गया है। बच्चों को हिंसा में शामिल कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
एक की हुई थी मौत
जूनागढ़ नगर निगम की एक दरगाह को गिराने की योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ द्वारा गुजरात पुलिस कर्मियों पर किए गए पथराव में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। ट्विटर पर वायरल हो रहे एक वीडियो का संज्ञान लेते हुए, एनसीपीसीआर ने कहा कि कई बच्चों को पथराव करते देखा गया।
जूनागढ़ के एसपी रवि तेजा वासमसेट्टी ने बताया कि मजेवाड़ी गेट के पास एक दरगाह है। जूनागढ़ नगर पालिका द्वारा दरगाह को नोटिस दिया गया और पांच दिन में दरगाह की वैधता को लेकर कागजात जमा करने का निर्देश दिया। शुक्रवार रात करीब 500-600 लोगों की भीड़ दरगाह के पास जमा हो गई। पुलिस ने लोगों से सड़क जाम ना करने की अपील की लेकिन रात सवा दस बजे के करीब गुस्साए लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया।
पथराव में डीएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। वहीं पथराव में एक डीएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। पुलिस ने 174 लोगों को हिरासत में लिया है। एसपी ने बताया कि एक व्यक्ति की मौत हुई है। प्रथम दृष्टया पथराव के चलते उसकी मौत हुई है लेकिन मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चल पाएगी। फिलहाल घटना की जांच की जा रही है। उपद्रवियों ने हंगामे के दौरान कुछ वाहनों में आग लगा दी। घटना को राज्य के गृह विभाग ने गंभीरता से लिया है और पुलिस के आला अधिकारी हालात पर नजर रख रहे हैं। घटना के वीडियो फुटेज खंगाले जा रहे हैं और आरोपियों की पहचान की जा रही है।