कुप्पम में मीडिया से बातचीत के दौरान तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के प्रमुख ने कहा कि सिर्प लोगों को डराकर कोई शासन नहीं कर सकता। जगन उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के “भाई” हैं।
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर हमला किया। चंद्रबाबू नायडू ने सीएम जगन मोहन रेड्डी पर राज्य के लोगों को “भयभीत” करके शासन करने का आरोप लगाते हुए उन्हें उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन का “भाई” बताया।
कुप्पम में मीडिया से बातचीत के दौरान तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के प्रमुख ने कहा कि सिर्फ लोगों को डराकर कोई शासन नहीं कर सकता। जगन उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के “भाई” हैं। उन्होंने कहा कि यह देखते हुए कि कुप्पम के लोग मुझे स्नेह की वजह से चुन रहे हैं और मैंने महसूस किया है कि जगन पुलिवेंदुला से जीतते रहे हैं लेकिन उन्हें इस वजह से लोगों ने वोट दिया कि वे पुलिवेंदुला के मतदाताओं में लगातार डर पैदा रहे हैं। हुद हुद चक्रवात (Hud Hud cyclone) की परवाह नहीं करने वाले विशाखापत्तनम के नागरिक अब वाईएरआरसीपी (YSRCP) के नेताओं से डरने लगे हैं।
चंद्रबाबू नायडू ने कहा, जब मैंने कहा कि ये दुष्ट आत्मा लोगों पर हमला करेंगे, तो लोगों ने मुझ पर विश्वास नहीं किया। अब आप देख सकते हैं कि क्या हो रहा है। टीडीपी सुप्रीमो ने आरोप लगाया कि ताजा घटना जिसमें वाईएसआरसीपी के सांसद के परिवार के सदस्यों का अपहरण कर लिया गया है, बंदरगाह शहर विशाखापत्तनम में मौजूदा स्थिति को दर्शाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जगन ने अब तक केवल लोगों को डराकर राज्य पर शासन किया है और जनता अब इसे सहन करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि वे अब राज्य सरकार के खिलाफ विद्रोह करने के लिए तैयार हो रहे हैं। लोग जल्द ही जगन को राज्य से बाहर खदेड़ देंगे।
नायडू ने कहा, मैंने महसूस किया है कि पैसे उधार लेना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन राज्य की प्रगति के लिए राजस्व में बढ़ोतरी की जानी चाहिए। चंद्रबाबू ने राज्य सरकार से जवाब मांगा कि अब राजस्व इतना कम क्यों हो गया है? साथ ही दावा किया कि अगर टीडीपी सत्ता में रहती तो तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के बीच राजस्व का इतना अधिक अंतर नहीं होता। चंद्रबाबू ने स्वीकार किया कि यह एक सच्चाई है कि उन्होंने पार्टी पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया क्योंकि मुख्यमंत्री के रूप में उनका ध्यान राज्य के विकास पर अधिक था।
चंद्रबाबू ने जन सेना प्रमुख पवन कल्याण के प्रति राज्य सरकार के अत्यधिक आपत्तिजनक रवैये पर कड़ी आपत्ति जताई। चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि कैबिनेट मंत्रियों ने टीडीपी नेताओं और पवन कल्याण के खिलाफ अत्यधिक “आपत्तिजनक भाषा” का उपयोग करने की आदत बना ली है।