भारत में 5जी ग्राहकों की संख्या 2028 के अंत तक बढ़कर 69 करोड़ हो जाने की उम्मीद है। 2022 में 3.1 करोड़ थी। इससे देश में मोबाइल सब्सक्रिप्शन का कवरेज 2022 में 77 प्रतिशत से बढ़कर 2028 में 94 प्रतिशत हो जाएगा। वैश्विक 5जी मोबाइल सब्सक्रिप्शन 2028 के अंत तक 500 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।
टीमलीज सर्विसेज के अनुसार, भारत को 5जी तकनीक का लाभ उठाने के लिए 2025 तक कम से कम 80 लाख कुशल कामगार तैयार करने की जरूरत है। सर्वेक्षण में शामिल 297 कंपनियों में से 80% ने कहा कि आईटी, बैंकिंग व वित्तीय सेवाओं (बीएफएसआई) को 5जी से सबसे ज्यादा लाभ होगा। शिक्षा (48%), गेमिंग (48%), रिटेल और ई-कॉमर्स (46%) अन्य उद्योग हैं जो 5जी के कारण लाभ उठाएंगे।
चीन से आगे निकलेगी भारत में तेल की मांग
हरित हाइड्रोजन उत्पादन में वैश्विक लीडर बनने के अवसर के बावजूद भारत 2027 तक तेल की मांग में वृद्धि में चीन से आगे निकल जाएगा। अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल भारी वृद्धि के बाद चीन की मांग 2024 से लगातार गिरने लगेगी। इस समय अमेरिका, चीन और भारत दुनिया के तीन सबसे बड़े तेल ग्राहक हैं। आईईए ने 2023 में दुनिया को तेल की जरूरत पर अपनी भविष्यवाणी बढ़ाकर अब प्रति दिन 24 लाख बैरल की मांग कर दी है।
चार कंपनियों को 4.56 करोड़ जमा करने का नोटिस
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने फोर्टिस हेल्थकेयर में पैसे की हेराफेरी और इसे छिपाने के लिए गलतबयानी के मामले में चार कंपनियों को 15 दिन के अंदर जुर्माने और ब्याज सहित 4.56 करोड़ रुपये जमा करने का नोटिस भेजा है। सेबी ने फोर्टिस ग्लोबल हेल्थकेयर, आरएचसी फाइनेंस, शिमल हेल्थकेयर और एएनआर सिक्योरिटीज को नोटिस भेजकर तय समय में रकम जमा कराने को कहा है।
भारतीय कंपनियां अफ्रीका में कर सकती हैं 176 अरब डॉलर निवेश
भारतीय कंपनियां अफ्रीका में सालाना 130 से 176 अरब डॉलर तक का निवेश कर सकती हैं। यह निवेश इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर होगा। सीआईआई-एक्जिम बैंक के एक कार्यक्रम में अफकॉस के एमडी एस परमासिवन ने कहा, अफ्रीका में 60 से 160 अरब डॉलर की जरूरत है जो भारतीय कंपनियों के लिए एक बड़ा अवसर है। पिछले एक दशक से अफ्रीका में सालाना 80 अरब डॉलर का निवेश हो रहा है। इन्फ्रा में करीब 47 फीसदी निवेश दक्षिण और पूर्व अफ्रीका में होता है। 44% निवेश पूर्व-पश्चिम अफ्रीका में होता है।
जेटविंग्स एयरवेज दो एयरक्राफ्ट के साथ अक्तूबर से शुरू करेगी उड़ान
जेटविंग्स एयरवेज की उड़ान अक्तूबर से शुरू हो सकती है। वह शुरुआत में 2 एयरक्राफ्ट से इसे चलाएगी। बाद में पहले चरण में 5 एयरक्राफ्ट को शामिल करेगी। कंपनी के चेयरमैन डॉ. संजीव नारायण ने कहा, सरकार से एनओसी मिली है। शुरू में उड़ान स्कीम के तहत पूर्वोत्तर इलाकों में संचालन होगा। उन्होंने कहा, कंपनी शुरुआती चरण में 100 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके लिए कर्ज नहीं लिया जाएगा।