ग्रीनपीस के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को फ्रैंकफर्ट में डॉयचे बैंक के मुख्यालय पर चढ़ाई कर जर्मन ऋणदाता और उसकी संपत्ति प्रबंधन कंपनी डीडब्ल्यूएस की जलवायु निवेश नीतियों के विरोध में एक बड़ा पीला बैनर लहराया। यह कार्रवाई डीडब्ल्यूएस (DWSG.DE) की वार्षिक शेयरधारक बैठक से एक दिन पहले हुई है, जो ज्यादातर ड्यूश बैंक के स्वामित्व में है। इस विरोध ने उन आरोपों पर कार्यकर्ताओं और नियामकों का ध्यान आकर्षित किया है कि कंपनी ने निवेशकों को “ग्रीन” निवेश के बारे में गुमराह किया है। वहीं, डीडब्ल्यूएस ने इन आरोपों को खारिज किया है।
ड्यूश बैंक ने कहा कि स्थिरता और जलवायु संरक्षण “रणनीतिक प्राथमिकताएं” थीं और यह अपनी स्थिरता नीतियों और मानकों के विकास में डीडब्ल्यूएस का समर्थन करता है। जर्मन भाषा के ग्रीनपीस बैनर को सुबह छह बजे सीईएसटी (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार चार बजे) के तुरंत बाद फहराया गया और यह ड्यूश बैंक के ट्विन ऑफिस टावरों के निचले हिस्से में कांच के अग्रभाग के एक हिस्से तक फैला हुआ था। बैनर का अंग्रेसी अनुवाद “फोर्स डीडब्ल्यूएस, प्रोटेक्ट द क्लाइमेट” के रूप में किया गया है।
ग्रीनपीस कार्यकर्ताओं की इस कार्रवाई के दौरान आधा दर्जन पुलिस वाहन मौजूद थे, लेकिन एक अधिकारी ने कहा कि कोई गिरफ्तारी नहीं होगी। पिछले साल डीडब्ल्यूएस के मुख्य कार्यकारी ने तथाकथित ‘ग्रीनवॉशिंग’ के आरोपों को लेकर अभियोजकों के छापों के बाद इस्तीफा दे दिया था। डीडब्ल्यूएस की वेबसाइट पर तैयार टिप्पणियों की प्रतिलिपि के अनुसार, नए सीईओ स्टीफन हूप्स ने गुरुवार की बैठक में शेयरधारकों को यह बताने की योजना बनाई है कि डीडब्ल्यूएस जांच में सहयोग कर रहा है।
हूप्स ने कहा कि कंपनी अपने वित्तीय खुलासे और अपने फंड प्रॉस्पेक्टस पर भी कायम है। ड्यूश बैंक के मुख्यालय के बाहर खड़े ग्रीनपीस के वित्त विशेषज्ञ मौरिसियो वर्गास ने कहा, “डीडब्ल्यूएस का घोटाला ड्यूश बैंक का घोटाला है।” वह गुरुवार को शेयरधारकों को संबोधित करने की योजना बना रहे हैं। डीडब्ल्यूएस ने एक बयान में कहा कि वह ग्रीनपीस के साथ सहमत है कि जलवायु परिवर्तन के लिए निर्णायक कार्रवाई की आवश्यकता है, लेकिन “इसे कैसे करें” इस पर असहमती है। बयान में यह भी कहा गया है कि उसने हाल ही में कोयला कंपनियों से निपटने के लिए नई नीतियां अपनाई हैं।