दिल्ली जल बोर्ड राजधानी में 10 जल शोधक संयंत्रों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति करता है। इन संयंत्रों में शामिल अक्षरधाम जल शोधक संयंत्र से 24 घंटे पानी की आपूर्ति की जाती है।
राजधानी में पेयजल किल्लत दूर करने और उपभोक्ताओं को 24 घंटे पेयजल आपूर्ति करने की दिशा में दिल्ली जल बोर्ड ने कवायद तेज कर दिया है। इस दिशा में दिल्ली जल बोर्ड सभी जल शोधक संयंत्रों से 24 घंटे पानी की आपूर्ति करेगा। वह अपने इस मिशन की अक्षरधाम जल शोधक संयंत्र से शुरू कर चुका है।
दिल्ली जल बोर्ड राजधानी में 10 जल शोधक संयंत्रों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति करता है। इन संयंत्रों में शामिल अक्षरधाम जल शोधक संयंत्र से 24 घंटे पानी की आपूर्ति की जाती है। अक्षरधाम जल शोधक संयंत्र से खेल गांव, अक्षरधाम मंदिर और गणेश नगर को 24 घंटे सातों दिन पानी की आपूर्ति की जा रही है। बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने बताया कि बोर्ड अन्य क्षेत्रों में भी 24 घंटे जल आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।
इस दिशा में कई इलाकों को चिह्नित किया जा चुका है और उनमें पानी पूरे दबाव के साथ आपूर्ति करने के लिए पाइप लाइन दबा दी गई है और इन इलाकों में 24 घंटे सातों दिन पानी की आपूर्ति आरंभ करने के लिए पानी की व्यवस्था की जा रही है। इन इलाकों में मालवीय नगर, महरौली, नजफगढ़, नांगलोई आदि शामिल है। इसके अलावा अन्य इलाकों में 24 घंटे पानी की आपूर्ति करने की पहल की जाएगी। सोमनाथ भारती ने सोमवार को अक्षरधाम के जल शोधक संयंत्र व सीवरेज शोधक संयंत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दोनों संयंत्र की कार्यप्रणाली को समझा और पानी की गुणवत्ता की जांच की।
यमुना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए अक्षरधाम संयंत्र का पूरी क्षमता से होगा संचालन
दिल्ली जल बोर्ड यमुना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए अक्षरधाम सीवरेज शोधक संयंत्र का पूरी क्षमता से संचालन करेगा। इस संयंत्र में उसकी क्षमता की तुलना में 10 प्रतिशत सीवरेज को शोधित किया जा रहा है। इसके मद्देनजर जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने अधिकारियों को इस संयंत्र का पूरी क्षमता के साथ संचालक करने के निर्देश दिए।
इस कड़ी में इस संयंत्र के नजदीक से गुजर रहे दिल्ली सरकार के नाले को ट्रैप कर उससे जोड़ा जाएगा और नाले के पानी को संयंत्र में साफ किया जाएगा। इस संयंत्र के पानी को खेल गांव में घरों के शौचालयों, झील और बागबानी आदि कार्यों में इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके लिए खेल गांव में अलग लाइन बिछाई गई है।