बद्दो को कल महाराष्ट्र की ठाणे पुलिस ने रायगढ़ जिले के अलीबाग में लॉज से गिरफ्तार किया था। उसे आज कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां गाजियाबाद पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेगी।
ऑनलाइन गेमिंग एप फोर्टनाइट के जरिये युवाओं के धर्मांतरण के मुख्य आरोपी शाहनवाज मकसूद खान उर्फ बद्दो (23) की आज गाजियाबाद पुलिस ट्रांजिट रिमांड मांगेगी। बद्दो को कल महाराष्ट्र की ठाणे पुलिस ने रायगढ़ जिले के अलीबाग में लॉज से गिरफ्तार किया था। उसे आज कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां गाजियाबाद पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेगी।
ठाणे पुलिस ने बताया कि शाहनवाज पर गाजियाबाद के कवि नगर पुलिस स्टेशन में धर्मांतरण कानून के तहत केस दर्ज है। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। रिश्तेदारों से पूछताछ और उनके मोबाइल फोन की कॉल डिटेल की छानबीन से पता चला कि आरोपी मुंबई के वर्ली में छिपा है। पुलिस के वहां पहुंचने से पहले ही बद्दो अलीबाग भाग गया। तब ठाणे पुलिस अलीबाग पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से रातभर तलाशी के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया।
बद्दो से पूछताछ के बाद ही धर्मांतरण मामले की सभी कड़ियां जुड़ सकेंगी। तब ही सभी सवालों के जवाब मिल सकेंगे। उम्मीद है, पुलिस टीम उसे लेकर सोमवार रात तक गाजियाबाद पहुंचेगी।
10 दिन में बदले पांच सिम और 12 ठिकाने
गाजियाबाद पुलिस एक जून को बद्दो की गिरफ्तारी के लिए मुंबई पहुंची थी। तब से वह बचने के लिए तमाम जतन कर रहा था। उसने मोबाइल फोन में पांच सिम कार्ड बदले। 12 ठिकाने भी बदले। वह ऑनलाइन कंप्यूटर पार्ट्स बेचता है। उसके परिवार का सौंदर्य प्रसाधन का बड़ा काम है।
पांच राज्यों में करा चुके हैं धर्मांतरण
गाजियाबाद की संजयनगर की जामा मस्जिद कमेटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान व बद्दो के खिलाफ 30 मई को जैन समुदाय के किशोर के पिता ने केस दर्ज कराया था। दोनों पर किशोर के धर्मांतरण का आरोप है। जांच में मिला कि बद्दो का गिरोह पांच राज्यों में धर्मांतरण करा चुका है। रहमान पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।
जांच में खुलासा हुआ कि बद्दो धर्मांतरण गिरोह का मास्टरमाइंड है। वह किशोरों को ऑनलाइन गेम में पहले हरवा देता था। फिर कहता था कि कुरान की आयत पढ़कर खेलो, जीत जाओगे। इस तरह किशोराें को बहकाकर उनका धर्मांतरण करवा देता था। राजनगर के किशोर के साथ भी ऐसा ही किया। किशोर घर से जिम जाने के लिए कहकर निकलता था और नमाज पढ़ने पहुंच जाता था।
- 2021 में शुरू हुई थी बातचीत : बद्दो ने बताया, गेमिंग एप के जरिये 2021 में पीड़ित लड़के से उसकी पहचान हुई थी। उसके बाद दोनों डिकोड प्रणाली से फोन पर बात करने लगे। इसी दौरान धर्मांतरण पर बातचीत शुरू हुई और भगौड़े जाकिर नाईक के भाषण सुनाए। फिर पीड़ित को बहकाकर धर्मांतरण करा दिया।
धर्मांतरण मामला : पुलिस के 10 सवालों से होगा बद्दो का सामना
ऑनलाइन गेमिंग एप से धर्मांतरण कराने के मास्टरमाइंड शाहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो की गिरफ्तारी से पहले ही पुलिस ने सवालों की फेहरिस्त तैयार कर रखी है। पुलिस अफसरों का मानना है कि अपनी तरह के इस अजब मामले की कड़ियों को जोड़ने के लिए बद्दो से पूछताछ बेहद जरूरी है। क्राइम ब्रांच ने दस सवाल तैयार कर रखे हैं। आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस), इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी ) और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी उससे पूछताछ करेंगी।
अगर वह सभी सवालों का सही जवाब दे देता है तो 15 से 17 साल उम्र के किशोरों को ऑनलाइन गेम के जाल में फंसाने से लेकर उनका धर्म परिवर्तन कराने तक का न केवल पूरा सिलसिला मिल जाएगा बल्कि यह भी साफ हो जाएगा कि उसके गिरोह के तार कहां तक फैले हुए हैं।
पुलिस की चुनौती उसका लैपटाप हासिल करने की भी है। यह अभी नहीं मिला है। इसी से पता चलेगा कि उसके जाल में अब तक कितने किशोर फंसे और वह कब से धर्मांतरण करा रहा है। वह 12वीं पास है लेकिन कंप्यूटर का महारथी है। उसे ऑनलाइन गेम के बारे में भी काफी जानकारी है।
भाई से मिला बद्दो का सुराग : पुलिस को जब बद्दो नहीं मिल रहा था, तब उसके भाई शाजेब और मां को हिरासत में लिया गया। मां से कुछ खास जानकारी नहीं मिला। भाई से पता चला कि बद्दो अलीबाग में एक लाज में नाम बदलकर रह रहा है। पुलिस लाज में पहुंची तो बद्दो जा चुका था। इसके बाद भाई ने उसके दोस्त का पता बताया। पुलिस अलीबाग में दोस्त के घर पहुंची तो बद्दो मिल गया।
कब क्या हुआ
- 30 मई : धर्मांतरण मामले का खुलासा, रिपोर्ट दर्ज
- 31 मई : गाजियाबाद पुलिस की टीम मुंबई पहुंची
- 4 जून : संजयनगर सेक्टर-23 स्थित मस्जिद कमेटी का पूर्व पदाधिकारी अब्दुल रहमान गिरफ्तार
- 7 जून : राष्ट्रीय बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग ने गेमिंग एप की जांच करने के लिए कहा
- 11 जून : गाजियाबाद पुलिस ने महाराष्ट्र से मुख्य आरोपी शाहनवाज उर्फ बद्दो को गिरफ्तार किया