पंजाब के मोहाली में पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वॉर्टर पर सोमवार रात को हुए हमले में हमलावारों ने जिस लॉन्चर से रॉकेट को दागा था उसे पुलिस ने रिकवर कर लिया है.
पंजाब पुलिस ने अब तक इस मामले में कई संदिग्धों को हिरासत में भी लिया है. घटना की जांच पंजाब पुलिस के अलावा एनआईए और सेना की तरफ़ से भी की जा रही है.
9 मई को शाम 7:45 बजे चंडीगढ़ से सटे मोहाली में पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वॉर्टर में अचानक धमाका हुआ. हालांकि घटना में किसी को चोट नहीं आई पर इस ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है क्योंकि जिस जगह पर ये घटना हुई वो पुलिस के ख़ुफ़िया विभाग की इमारत थी.
इमारत में पंजाब पुलिस के महत्वपूर्ण विभागों के कार्यालय हैं, जिनमें शामिल हैं: खुफिया, संगठित अपराध नियंत्रण इकाई और विशेष टास्क फ़ोर्स (एसटीएफ) के अलावा एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ). ख़ुफ़िया, संगठित अपराध नियंत्रण इकाई के अधिकारी तीसरी मंजिल पर बैठते हैं और और तीसरी मंजिल को ही निशाना बनाया गया है.
ओसीसीयू ख़ास और गंभीर अपराधों पर आपना ध्यान केंद्रित करती है और पिछले काफ़ी समय से मुख्य रूप से राज्य में गैंगस्टरों के ख़िलाफ़ वो काम पर लगी हुई थी. पंजाब की मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने हाल ही में एंटी गैंगस्टर टास्क फ़ोर्स बनाकर गैंगस्टरों के ख़िलाफ़ बड़ी कार्रवाई शुरू की हुई है.
अब तक की जांच
पंजाब के डीजीपी वी के भवरा का कहना है, “हमारे पास लीड्स हैं और इस केस को जल्द सुलझा लेंगे. जाँच जारी है और सही समय पर इससे जुड़ी जानकारी साझा की जाएगी.”
ये पूछे जाने पर कि क्या पुलिस इसकी जांच एक आतंकी हमले के तौर पर कर रही है, डीजीपी ने कहा, “ग्रेनेड इमारत से टकराया और इसमें संभवतः टीएनटी विस्फोटक इस्तेमाल किया गया था. इंटेलिजेंस हेडक्वॉर्टर पर हुए हमले में हमलावारों ने जिस लांचर से रॉकेट को दागा था उसे पुलिस ने रिकवर कर लिया है.”
पुलिस ने अब तक इस मामले में कई संदिग्धों को हिरासत में भी लिया है. पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ख़ुद पुरे मामले की निगरानी कर रहे है.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि किसी को भी राज्य के माहौल को बिगाड़ने की इजाज़त नहीं दी जाएगी और साथ ही कहा कि कुछ विरोधी ताक़तें राज्य भर में गड़बड़ी पैदा करने के लिए लगातार कोशिश कर रही हैं, जो अपने घिनौने मंसूबों में कभी भी कामयाब नहीं हो सकेंगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना के दोषियों के ख़िलाफ़ जल्द ही क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि ऐसे अन्य असामाजिक तत्व भविष्य में ऐसी घिनौनी घटनाओं को अंजाम न दे सकें.
क्या ये घटना पंजाब के लिऐ चुनौती है
पंजाब के पूर्व डीजीपी (जेल) शशिकांत ने कहा कि, ”यह एक बड़ी चुनौती है.”
उन्हेंने कहा कि आरपीजी हेलिकॉप्टर और बुलेट प्रूफ वाहन को निशाना बना सकते हैं और इसके अलावा यह दीवार में भी घुस सकता है और नुक़सान पहुँचा सकता है.”
शशिकांत ने कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए ज़रूरी है कि ख़ुफ़िया तंत्र को मज़बूत किया जाए. उन्होंने कहा कि जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया वह निश्चित रूप से राष्ट्र विरोधी ताक़तों का काम था और उन्होंने सीधे तौर पर पंजाब सरकार और अपने ज़रिए भारत सरकार को चुनौती दी है.
उन्होंने कहा कि आरपीजी का पहले कभी इस्तेमाल नहीं किया गया है. हालांकि इस की बरामदगी कई बार पंजाब में से हो चुकी है.
हालांकि पंजाब पुलिस ने फ़िलहाल इस घटना को आतंकी हमले नहीं माना और ना ही इस के तार पाकिस्तान से जुडे हैं. पिछले दिनों पंजाब पुलिस ने हथियारों के साथ कुछ युवकों की गिरफ्तारी का दावा किया था, ख़ास तौर पर हरियाणा पुलिस द्वारा करनाल से गिरफ़्तार किए गए युवकों की घटना के बाद.
छह मई को पंजाब पुलिस ने दावा किया था कि पाकिस्तान आधारित गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविन्दर सिंह रिन्दा की तरफ़ से चलाए जा रहे आतंकवादी मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए फ़िरोज़पुर से दो लोगों को गिरफ्तार किया था.
मीडिया को दिए बयान में एसएसपी फ़िरोज़पुर चरणजीत सिंह ने बताया था कि पाकिस्तान स्थित खालिस्तान समर्थक आतंकवादी समूहों की तरफ़ से भेजी गई कई खेपें प्राप्त हुई थीं और गिरफ्तार युवक इन्हें रिन्दा के कहने पर आगे पहुँचाया करते थे.
इसी तरह आठ मई को पंजाब पुलिस ने गाँव नौशहरा पन्नूआं ज़िला तरन तारन से 2.5 किलो से अधिक वज़न वाले और 12x6x2.5 इंच के काले रंग के धातू बक्से में पैक आर.डी.एक्स. के साथ लैस एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आई.ई.डी.) बरामद करने के बाद दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था.
इस बारे में जानकारी देते हुए एडीजीपी आंतरिक सुरक्षा आर.ऐन. ढोके ने बताया था कि तरन तारन पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बिंदु और जग्गा नामक नौजवान विस्फोटक सामग्री लेकर नौशहरा पन्नूआं के इलाक़े में मौजूद हैं और इलाक़े में लोगों में दहशत का माहौल बनाने के लिए धमाका करने की योजना बना रहे हैं.
राजनीति गरमाई
पंजाब में विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मोहाली की घटना को लेकर सरकार को घेर लिया है. पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि मौजूदा सरकार के पास कोई अनुभव नहीं है, इसलिए ऐसी घटनाएं हो रही हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार को पंजाब की शांति और सुरक्षा के लिए तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए.
वहीं शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस घटना ने राज्य में सुरक्षा किस तरीके की है उस का अहसास कराया है. उन्होंने घटना की जांच कराने और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की