प्रचंड 31 मई से 3 जून तक भारत के दौरे पर थे। दिसंबर 2022 में पदभार ग्रहण करने के बाद यह उनकी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा थी।
प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने सोमवार को कहा, दोनों देशों के बीच सीमा विवादों को हल करने के लिए नेपाल और भारत के अधिकारियों को मानचित्र सामने रखकर बातचीत करनी चाहिए। वे नेपाल की संसद (प्रतिनिधि सभा) में सांसदों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
प्रचंड 31 मई से 3 जून तक भारत के दौरे पर थे। दिसंबर 2022 में पदभार ग्रहण करने के बाद यह उनकी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बृहस्पतिवार को उनकी बैठक में दोनों देशों ने सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए और रेलवे सेवाओं सहित छह परियोजनाएं शुरू कीं। दोनों नेताओं ने सीमा विवाद को मित्रता की भावना से सुलझाने का भी संकल्प लिया।
उन्होंने अपनी संसद को बताया, मेरी भारत यात्रा के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हम राष्ट्रीय हित और संप्रभुता से जुड़े मामलों को लेकर चिंतित हैं। सीमा विवाद के मुद्दों पर भी बातचीत हुई है। मैं अपशिष्ट प्रबंधन और आईटी के विकास के बारे में जानने के लिए इंदौर गया था। मैं धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखता हूं।