पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह खान ने बताया कि पीटीआई तीन गुटों में विभाजित हो जाएगा। इस वजह से पीएमएल-एन को उनसे खतरा नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि सत्ता दल के नेताओं को जहांगीर तरीन के मुद्दे पर शांत रहना चाहिए। हमारा वोट बैंक कहीं नहीं जाएगा।
पाकिस्तान की राजनीति में खींचतान लगातार जारी है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि सरकार उनकी पार्टी को जबरन तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर कर सत्ता पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार पार्टी को तोड़ने के लिए नेताओं के साथ-साथ उनके परिवार को भी डरा-धमका रही है। घर की महिलाओं के नाम पर नेताओं को धमकाया जा रहा है।
पढ़िए, मैसेज में क्या लिखा
इमरान खान ने एक पीटीआई नेता के मैसेज का स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिन्होंने अब पार्टी छोड़ दी है। मैसेज में नेता ने इमरान खान को पार्टी छोड़ने का कारण बताया था। उन्होंने उर्दू में क्या सेंदश भेजा था, अब वह पढ़िए…अध्यक्ष साहब मुझ पर पीटीआई छोड़ने के लिए बहुत दबाव था। अब यह सहा नहीं जाता। मेरे परिवार की महिलाओं और मेरे व्यापार को लेकर मुझे परेशान किया जा रहा है। अब पार्टी छोड़ने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के अलावा मेरे पास कोई चारा नहीं है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा। अध्यक्ष जी, मैं आपके साथ तब से था, जब आपने पहली बार मियांवाली से चुनाव लड़ा था। अब मेरे पास सिर्फ दो विकल्प है, या तो पार्टी छोड़ दूं या आत्महत्या कर लूं।
आंतरिक मंत्री- तीनों गुट में विभाजित हो जाएगी पीटीआई
पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह खान ने बताया कि पीटीआई तीन गुटों में विभाजित हो जाएगा। इस वजह से पीएमएल-एन को उनसे खतरा नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि सत्ता दल के नेताओं को जहांगीर तरीन के मुद्दे पर शांत रहना चाहिए। हमारा वोट बैंक कहीं नहीं जाएगा। पंजाब में पीटीआई और पीएमएल-एन एक-दूसरे के लिए चुनौती थी लेकिन अब स्थितियां बदल गईं है। पीटीआई तीन गुटों में बटेगा, एक गुट पीपीपी में जाएगा तो दूसरा जहांगीर तरीन के साथ जाएगा। जबकि कुछ नेता पीटीआई में ही रहेंगे।
खान ने पहले भी लगाया था पार्टी तोड़ने का आरोप
पाकिस्तान सरकार के आदेश पर 9 मई को खान को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पीटीआई कार्यकर्ताओं ने जिन्ना हाउस, मियांवाली एयरबेस, आईएसआई भवन सहित एक दर्जन सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की थी। रावलपिंडी के सैन्य मुख्यालय पर भी भीड़ ने हमला किया था। पुलिस के अनुसार, हिंसा में करीब 10 लोगों की मौत हुई थी। वहीं पीटीआई का दावा है कि सुरक्षाबलों की फायरिंग में उनके पार्टी के करीब 40 लोगों की मौत हो गई। इमरान खान का दावा किया था कि सेना के जरिए पीटीआई को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। इन सब साजिशों के पीछे पीडीएम का हाथ है, जो देश के लिए काफी खतरनाक है। पाकिस्तान की सरकार अब चुनावों में हमसे जीत नहीं सकती, इसलिए वह अब सेना के साथ मिलकर हमें तोड़ रहे