देश के सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर मई में थोड़ी कम हुई, लेकिन अनुकूल मांग की स्थिति और नए ग्राहक बढ़ने के कारण पिछले 13 साल में यह दूसरी सबसे मजबूत वृद्धि दर रही। मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स अप्रैल में 62 से गिरकर मई में 61.2 हो गया। अप्रैल से गिरावट के बावजूद, नवीनतम रीडिंग ने संकेत दिया कि उत्पादन में जुलाई 2010 के बाद से दूसरी सबसे तेज वृद्धि दर्ज की गई है।
लगातार 22वें महीने यह आंकड़ा तटस्थ 50 की सीमा से ऊपर रहा। परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) की भाषा में 50 से ऊपर का आंकड़ा विस्तार को दर्शाता है, जबकि 50 से नीचे का स्कोर संकुचन को दर्शाता है। एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की एसोसिएट निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा, “मई के पीएमआई आंकड़े भारत के गतिशील सेवा क्षेत्र में मौजूदा मांग लचीलापन, प्रभावशाली उत्पादन वृद्धि और रोजगार सृजन का एक सम्मोहक प्रमाण है।”
सेवा कंपनियों को उम्मीद है कि आने वाले 50 महीनों में कारोबारी गतिविधियों में इजाफा होगा
इसके अतिरिक्त, जिन कंपनियों की निगरानी की गई उन्होंने बढ़े हुए काम को समायोजित करने के लिए अपने कर्मचारियों का विस्तार किया। वहीं, सेवा कंपनियों ने उम्मीद जताई है कि आने वाले 50 महीनों में कारोबारी गतिविधियाें में इजाफा होगा। सर्वेक्षण में कहा गया है, ‘आशावादी पूर्वानुमानों के लिए बताए गए कारणों में विज्ञापन, मांग की मजबूती और अनुकूल बाजार परिस्थितियां शामिल हैं। इस बीच, एसएंडपी ग्लोबल इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स मई में 61.6 पर रहा, जो अप्रैल की तुलना में अपरिवर्तित है।