पांच लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। मुड्डू मुस्लिम उमेश पाल की हत्या से पहले दिल्ली जाकर खालिद से मिला था। असद के कहने पर मुलाकात की थी। दिल्ली पुलिस गुड्डू मुस्लिम की तलाश की जा रही है।
उमेश और अतीक-अशरफ हत्याकांड के बाद मोस्ट वांटेड गुड्डू मुस्लिम के बारे में अहम खुलासा हुआ है। पता चला है कि पांच लाख का यह इनामी उमेश पाल हत्याकांड से पहले दिल्ली गया था। वहां जाकर वह खालिद से मिला था जो असद का दोस्त था।
अब सवाल यह उठ रहा है कि गुड्डू कहीं उन असलहों की सप्लाई लेने खुद तो नहीं गया था, जो अंतरराज्यीय असलहा सप्लायर से मंगवाए गए थे। उमेश पाल की हत्या के बाद असद व गुलाम ने दिल्ली में शरण ली थी और इसमें उनकी मदद असद के पुराने दोस्त खालिद ने की थी। खालिद को दिल्ली पुलिस ने उसके दो दोस्तों जीशान व जावेद को अवैध असलहों संग पकड़ा था।खास बात यह है कि उन्हें उस असलहा सप्लायर की निशानदेही पर पकड़ा गया, जो कुछ दिनों पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने विदेशी असलहों संग पकड़ा गया था। उसने सनसनीखेज खुलासा किया था कि खालिद ने उससे 10 विदेशी असलहों की सप्लाई ली थी।
अब यह बात सामने आई है कि अवतार के पकड़े जाने से पहले गुड्डू मुस्लिम दिल्ली जाकर खालिद से मिला था। यह उमेश पाल की हत्या से पहले की बात है। ऐसे में सवाल यही उठ रहे हैं कि क्या गुड्डू उन असलहों की सप्लाई लेने गया था। फिलहाल यूपी पुलिस के साथ ही वह दिल्ली पुलिस की भी वांटेड लिस्ट में है।
उमेश पाल हत्याकांड में फरार गुड्डू मुस्लिम को लेकर एक और बात सामने आई है। चर्चा है कि वारदात के बाद उसने कौशांबी में शरण ली थी। वह दो दिन तक पिपरी के अवघन स्थित एक फार्म हाउस में छिपा रहा था। भनक लगने पर फोर्स ने छापा भी मारा, लेकिन इससे पहले ही वह निकल भागा था। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।चर्चा यह भी है कि गुड्डू मुस्लिम को कौशांबी स्थित फार्म हाउस में शरण दिलाने में राजूपाल हत्याकांड के शूटर अब्दुल कवि ने मदद की थी। इस काम में उसका सहयोग अवघन में रहने वाले दो सगे भाइयों ने किया था। उन पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और अक्सर उनकी तस्वीरें व वीडियो अतीक, अशरफ व गैंग के अन्य सदस्यों संग सामने आती रहती थीं। दोनों का एक ठिकाना करेली में भी है। हालांकि, फिलहाल इस सूचना की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। उधर, पुलिस अफसर इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।
उमेश का भतीजा बोला- गुड्डू मुस्लिम कभी नहीं आया घर
हत्या से पहले उमेश पाल को अतीक की ओर से फोन पर धमकी दिए जाने की बात से उमेश के घरवालों ने साफ इन्कार किया है। उमेश के भतीजे दिव्यांश पाल ने बताया कि गुड्डू मुस्लिम उसके घर कभी नहीं आया। न ही कभी चाचा उमेश ने उसे या परिजनों को ऐसी कोई बात बताई कि अतीक ने उन्हें फोन पर धमकी दी है। गौरतलब है कि एक दिन पहले ऐसी चर्चा रही कि गुड्डू मुस्लिम हत्याकांड से पहले उमेश के घर गया था और उसने अपने फोन से उमेश की अतीक से बात कराई थी।
अतीक और अशरफ के खिलाफ दर्ज मुकदमे होंगे बंद
माफिया अतीक अहमद और अशरफ पर विभिन्न अदालतों में चल रहे मुकदमे अब बंद किए जाएंगे। मुकदमों के विवेचकों की ओर से कोर्ट में दोनों की मृत्यु रिपोर्ट दाखिल किए जाने के बाद अदालत इस पर मुहर लगाएगी। शुक्रवार को लखनऊ की सीबीआई कोर्ट ने अतीक के खिलाफ देवरिया जेल में प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल को पीटने के मामले को बंद करके इसकी शुरुआत कर दी है।
माफिया अतीक अहमद और अशरफ पर विभिन्न अदालतों में चल रहे मुकदमे अब बंद किए जाएंगे। मुकदमों के विवेचकों की ओर से कोर्ट में दोनों की मृत्यु रिपोर्ट दाखिल किए जाने के बाद अदालत इस पर मुहर लगाएगी। शुक्रवार को लखनऊ की सीबीआई कोर्ट ने अतीक के खिलाफ देवरिया जेल में प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल को पीटने के मामले को बंद करके इसकी शुरुआत कर दी है।
माफिया अतीक अहमद पर कुल 104 मुकदमे दर्ज हैं। उसके छोटे भाई अशरफ भी 54 मुकदमों में आरोपी था। इनमें से कुछ मामलों में अंतिम रिपोर्ट लग चुकी है, लेकिन कई मामलों में अब भी विवेचना जारी है। बताते हैं कि 50 से अधिक मामले कोर्ट में भी विचाराधीन हैं। 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में अतीक-अशरफ की हत्या कर दिए जाने के बाद अब इन मुकदमों के चलाए जाने का कोई औचित्य नहीं रह गया है।