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असद के दो दोस्त लखनऊ से उठाए गए, एक ने हत्या वाले दिन किया था एटीएम कार्ड का इस्तेमाल

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उमेश पाल हत्याकांड की जांच में एक अहम खुलासा हुआ है। पता चला है कि जिस दिन यह वारदात हुई, उसी दिन लखनऊ में मुख्य शूटर असद का एटीएम कार्ड इस्तेमाल किया गया था। एटीएम कार्ड इस्तेमाल करने वाला उसका जिगरी दोस्त आतिन जफर है।

उमेश पाल हत्याकांड की जांच में एक अहम खुलासा हुआ है। पता चला है कि जिस दिन यह वारदात हुई, उसी दिन लखनऊ में मुख्य शूटर असद का एटीएम कार्ड इस्तेमाल किया गया था। एटीएम कार्ड इस्तेमाल करने वाला उसका जिगरी दोस्त आतिन जफर है। लखनऊ पुलिस ने उसे व उसके एक दोस्त को हिरासत में लेकर सूचना दी तो जिला पुलिस की एक टीम भी पहुंच गई। फिलहाल दोनों को लाकर पूछताछ किए जाने की तैयारी है।

आतिन मूल रूप सेे खुल्दाबाद का रहने वाला है। लेकिन वह पिछले कुछ सालों से लखनऊ में अतीक अहमद के बेटे असद के साथ रहने लगा था। आतिन माफिया के बेटे के साथ उसके महानगर स्थित फ्लैट में रहता था और उसकी परछाई बनकर उसके साथ चलता था। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को पता चला कि जिस दिन उमेश पाल की हत्या हुई, उसी दिन असद के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल लखनऊ में किया गया।यह जानकारी मिलने के बाद पुलिसकर्मियों का माथा ठनक गया क्योंकि उस दिन असद धूमनगंज स्थित घटनास्थल पर था।बैंक से डिटेल निकलवाने पर उस एटीएम की लोकेशन के बारे में पता चला जहां असद के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर नकदी निकाली गई थी। यह भी पता चला कि 10 हजार रुपये निकाले गए थे। इसके बाद पुलिस ने एटीएम में लगे सर्विलांस कैमरे का फुटेज निकलवाया तो रुपये निकालते एक युवक की तस्वीर मिली। उसके बारे में जानकारी की गई तो पता चला कि वह असद का जिगरी दोस्त आतिन है।इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में लगी थी। मंगलवार को लखनऊ पुलिस की एक टीम ने उसे हिरासत में ले लिया। इसके साथ ही उसके उस दोस्त को भी उठाया गया है, जिसके साथ 24 फरवरी को वह एटीएम से नकदी निकालने पहुंचा था। इसके बाद सूचना दी गई तो प्रयागराज पुलिस की एक टीम ने भी वहां पहुंचकर दोनों से पूछताछ की। माना जा रहा है कि दोनों को यहां लाकर उनसे उमेशपाल हत्याकांड के राज उगलवाए जाएंगे।

जेल में बंद है पिता जफरउल्लाह

आतिन जफर का पिता जफरउल्लाह वर्तमान में लखनऊ जेल में बंद है। वह देवरिया जेल कांड में अतीक अहमद व अन्य संग नामजद है। सीबीआई ने उसके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की है। पिता के जेल जाने के बाद से ही वह लखनऊ में असद के साथ रहने लगा था। वह अक्सर लखनऊ जेल में असद के साथ जाया करता था। वहां अपने पिता के साथ अतीक के बड़े बेटे उमर से भी मुलाकात करता था।

पुलिस को गुमराह करने की थी प्लानिंग

आतिन के पकड़े जाने के बाद यह साफ हो गया है कि उमेश पाल हत्याकांड में खुद को बेकसूर साबित करने के लिए असद ने पहले ही प्लानिंग की थी। यही वजह थी कि उसने न सिर्फ अपना एटीएम कार्ड बल्कि मोबाइल भी लखनऊ में ही छोड़ दिया था। एटीएम कार्ड के साथ ही मोबाइल भी आतिन के पास ही मिला। प्लानिंग यह थी कि घटना के वक्त मोबाइल की लोकेशन लखनऊ में मिलने से उसे दोषी साबित कर पाना कठिन होगा। इसी मकसद के तहत असद के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर नगदी भी निकाली गई।

रात 9.13 मिनट पर निकाली गई थी नकदी

आतिन ने 24 फरवरी की रात 9.13 मिनट पर लखनऊ में असद के एटीएम कार्ड के जरिए नकदी निकाली थी। जबकि उमेश पाल की हत्या शाम पांच बजे के करीब हुई थी। जिस तरह से यह घटनाक्रम हुआ यानी असद के प्रयागराज में होने के बावजूद उसके एटीएम कार्ड से लखनऊ में नकदी निकाली गई, उससे आशंका जताई जा रही है कि आतिन भी इस हत्याकांड की साजिश में शामिल था। उसे शूटरों के एक-एक कदम की जानकारी थी।

रईसों की तरह जीता था लाइफस्टाइल

असद के साथ रहते-रहते आतिन उसी की तरह लाइफस्टाइल जीने लगा था। वह कीमती कपड़े व घड़ियां पहनता था। मर्सिडीज जैसी महंगी गाड़ियों में भी घूमा करता था। उसने अपने फेसबुक प्रोफाइल की कवर फोटो पर अतीक अहमद की तस्वीर लगा रखी है।

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