धीरज के खिलाफ इससे पहले कम से कम रजत पदक जीतने का भी मौका था जब उन्होंने सेमीफाइनल में मोल्डोवा के डेन ओलारू के खिलाफ एक सतय 4-0 की बढ़त बना ली थी लेकिन बाद में उन्हें 4-6 से हार का सामना करना
भारतीय रिकर्व तीरंदाजी टीम को रविवार को यहां विश्व कप स्टेज-1 के फाइनल में चीन के खिलाफ शूटऑफ में नजदीकी अंतर से हार के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा। पिछले 13 साल में पहला विश्व कप स्वर्ण जीतने की दावेदारी में उतरी भारतीय टीम में तरुणदीप राय, अतानु दास और धीरज बोमादेवरा ने 0-4 से पिछड़ने के बाद स्कोर को बराबर किया और मुकाबले को शूटऑफ में ले आए।
उसके बाद भारतीय तिकड़ी को 4-5 (54-55, 50-56, 59-58, 56-55, 28-28) से हार का सामना करना पड़ा। चीनी टीम में ली झोंगगुवान, जियांगशुओ और वेई शाओक्सू ने नाटकीय ढंग से जीत हासिल की। उसके बाद रिकर्व व्यक्तिगत स्पर्धा में सेना के तीरंदाज धीरज ने कजाखस्तान के इलफात अब्दुलिन को 7-3 से हराकर कांस्य पदक के रूप में रविवार को दूसरा पदक दिलाया।
धीरज के खिलाफ इससे पहले कम से कम रजत पदक जीतने का भी मौका था जब उन्होंने सेमीफाइनल में मोल्डोवा के डेन ओलारू के खिलाफ एक सतय 4-0 की बढ़त बना ली थी लेकिन बाद में उन्हें 4-6 से हार का सामना करना पड़ा। भारत ने अपना अभियान दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक के साथ समाप्त किया।