वर्ल्डलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-दिसंबर, 2022 में यूपीआई, डेबिट-क्रेडिट कार्ड व प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स जैसे साधनों से कुल 149.5 लाख करोड़ के 87.92 अरब लेनदेन हुए। इसमें यूपीआई पर्सन-टु-मर्चेंट (पी2एम) और यूपीआई पर्सन-टु-पर्सन (पी2पी) पसंदीदा भुगतान माध्यम रहे।
देश में डिजिटल भुगतान का चलन कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ा है। इसमें यूपीआई की बड़ी भूमिका रही है। पिछले साल यानी 2022 में यूपीआई से 126 लाख करोड़ रुपये के 74 अरब लेनदेन हुए। सालाना आधार पर ये आंकड़े मूल्य के लिहाज से 54 फीसदी व संख्या के हिसाब से 70 फीसदी ज्यादा हैं।
वर्ल्डलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-दिसंबर, 2022 में यूपीआई, डेबिट-क्रेडिट कार्ड व प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स जैसे साधनों से कुल 149.5 लाख करोड़ के 87.92 अरब लेनदेन हुए। इसमें यूपीआई पर्सन-टु-मर्चेंट (पी2एम) और यूपीआई पर्सन-टु-पर्सन (पी2पी) पसंदीदा भुगतान माध्यम रहे। यूपीआई पी2पी की हिस्सेदारी मूल्य और संख्या के लिहाज से सबसे ज्यादा क्रमश: 44 फीसदी एवं 66 फीसदी रही।
पीओएस मशीन से लेनदेन में यूपी, दिल्ली और पंजाब शीर्ष-10 में : देशभर में प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनों की संख्या दिसंबर, 2022 तक 37 फीसदी बढ़कर 75.5 लाख इकाई पहुंच गई। सबसे ज्यादा पीओएस लगाने वाले राज्यों के लिहाज से शीर्ष-10 में यूपी 5वें, दिल्ली 6वें और पंजाब 10वें स्थान पर है।
डिजिटल भुगतान में दिल्ली दूसरे स्थान पर
शहर संख्या मूल्य
बंगलूरू 2.9 65
दिल्ली 1.96 50
मुंबई 1.87 49.5
पुणे 1.5 32.8
चेन्नई 1.43 35.5
(संख्या : करोड़ में, मूल्य : अरब रुपये में )
शीर्ष-5 बैंकों से सर्वाधिक भुगतान
एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक और आईसीआईसीआई बैंक।
शीर्ष-5 बैंकों को सबसे ज्यादा भुगतान
पेटीएम पेमेंट्स बैंक, यस बैंक, एसबीआई, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक।
रिपोर्ट की अन्य खास बातें…
- 1.02 अरब क्रेडिट-डेबिट कार्ड जारी हुए हैं दिसंबर, 2022 तक
- 13.12 लाख करोड़ के 2.76 अरब लेनदेन हुए क्रेडिट कार्ड से
- 7.4 लाख करोड़ रुपये के 3.64 अरब लेनदेन हुए डेबिट कार्ड से
- मोबाइल वॉलेट से 2.25 लाख करोड़ रुपये के 5.87 अरब लेनदेन हुए
- आधार आधारित भुगतान सेवा से 2022 में 2.63 अरब लेनदेन हुए, जिसका मूल्य 3.42 लाख करोड़ रुपये रहा।