जांच में पता चला है कि जैक टिक्सेरा, मेसाचुसेट्स एयर नेशनल गार्ड में बतौर एयरमैन केप कोड के ओटिस एयर नेशनल गार्ड बेस में तैनात है।
अमेरिका रक्षा मंत्रालय पेंटागन के खुफिया दस्तावेज लीक होने की खबरें दुनिया भर के मीडिया में छाई हुई हैं। इसे लेकर अमेरिका की खूब किरकिरी भी हो रही है। अब इस मामले में एफबीआई ने गुरुवार को एक 21 साल के युवक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसी ने पेंटागन के खुफिया दस्तावेजों को लीक किया। आरोपी युवक की पहचान जैक टिक्सेरा के रूप में हुई है और उसे मेसाचुसेट्स के डिटन इलाके से गिरफ्तार किया गया है।
कौन है जैक टिक्सेरा?
एफबीआई ने बयान जारी कर बताया कि 21 साल के जैक डगलस टिक्सेरा को मेसाचुसेट्स के उत्तरी डिटन इलाके से हिरासत में लिया गया है। उस पर आरोप है कि उसने अमेरिकी सरकार और सेना के खुफिया दस्तावेजों को लीक किया। जैक पर आरोप है कि उसने देश की सुरक्षा को खतरे में डाला।
जांच में पता चला है कि जैक टिक्सेरा, मेसाचुसेट्स एयर नेशनल गार्ड में बतौर एयरमैन केप कोड के ओटिस एयर नेशनल गार्ड बेस में तैनात है। वह अमेरिका सेना में साइबर ट्रांसपोर्ट सिस्टम स्पेशलिस्ट के पद पर है और यह पद आईटी विशेषज्ञ के बराबर है। जैक नेशनल गार्ड बेस में सैन्य मिलिट्री नेटवर्क की मेंटिनेंस की जिम्मेदारी संभाल रहा था। जैक के परिवार में कई लोग सेना में सेवाएं दे रहे हैं या दे चुके हैं।
जैक ने कैसे किए खुफिया दस्तावेज लीक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जैक एक प्राइवेट डिस्कॉर्ड सेंट्रल का सक्रिय सदस्य है। यह एक मशहूर ऑनलाइन गेमर्स का ग्रुप है। इस ग्रुप के सदस्य औसतन किशोर और युवा है। इस ग्रुप के सदस्य बंदूकों, मिलिट्री साजो-सामान और भगवान में रुचि रखते हैं और इसी वजह से यह ग्रुप बना। आरोप है कि जैक ने इसी ग्रुप पर खुफिया दस्तावेज लीक किए और फिर यहां से यह खुफिया दस्तावेज विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लीक हो गए।
खुफिया लीक को लेकर क्यों हो रहा हंगामा
अमेरिका के जो खुफिया दस्तावेज लीक हुए है, उनमें दरअसल रूस यूक्रेन युद्ध को लेकर कई ऐसी जानकारी लीक हुई हैं, जिससे अमेरिका की किरकिरी हो रही है। इन दस्तावेजों में यूक्रेन को अमेरिका और नाटो देश किस तरह मदद देंगे और कैसे हथियारों की आपूर्ति करेंगे, इसकी जानकारी दी गई है। इन दस्तावेजों में ये भी जानकारी है कि रूस यूक्रेन युद्ध में रूस और यूक्रेन के कितने सैनिकों की मौत हुई है और यह भी बताया गया है कि यूक्रेन के पास जल्द ही मिसाइलों और अन्य हथियारों का स्टॉक खत्म हो जाएगा।
