मेरठ में सड़क हादसे में शनिवार को 4 साल की एक बच्ची की मौत हो गई। बच्ची स्कूल बस से उतर रही थी तभी उसका गेट में फंस गया। ड्राइवर ने बिना देखे बस आगे बढ़ा दी। बस का पहिया बच्ची के सिर के ऊपर से गुजर गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना से नाराज लोगों ने बस ड्राइवर को पीट दिया। सड़क पर शव रखकर जाम लगाने का प्रयास किया। पुलिस ने समझा-बुझाकर किसी तरह मामला शांत कराया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। हादसा लावड़ मार्ग पर एक मीनारा मस्जिद के पास हुआ है।
हेड-वे ग्लोबल स्कूल में नर्सरी क्लास में पढ़ती थी
इंचौली थानाक्षेत्र के पैंठ चौड़ा में सोनू कुरैशी रहते हैं। उनकी 4 साल की बेटी आसिफा लावड़ के हेड-वे ग्लोबल स्कूल में नर्सरी क्लास में पढ़ती थी। चिंदौड़ी का रहने वाला अमृत उर्फ पोला प्राइवेट बस चलाता है। वह आसिफा और मोहल्ले के अन्य बच्चों को घर से स्कूल और स्कूल से घर छोड़ने का काम करता है।
शनिवार दोपहर स्कूल की छुट्टी होने के बाद अमृत बच्चों को छोड़ने गांव में आया। सभी बच्चे बस से उतर गए, लेकिन आसिफा का बैग बस के गेट में फंस गया। चालक ने बिना देखे बस को आगे बढ़ा दी। पिछले पहिए के नीचे दबने से आसिफा की मौत हो गई।
ग्रामीण बोले- ड्राइवर की लापरवाही से गई जान
हादसे के बाद लोगों ने हंगामा और प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि बस में पांच बच्चे उतरने थे। चार उतर गए थे। आसिफ उतर रही थी तभी ड्राइवर ने जल्दबाजी के चक्कर में बिना मिरर देखे बस चला दी। ड्राइवर की लापरवाही की वजह से बच्ची की मौत हुई है। अगर ड्राइवर शीशा देखकर बस चलाता तो हादसा नहीं होता।
ग्रामीणों ने ड्राइवर को पीटने बाद पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने ड्राइवर को हिरासत में लिया है। साथ ही परिवार को निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।