मध्यप्रदेश का बजट 1 मार्च को आएगा। पहली बार विधानसभा में बजट डिजिटल यानी पेपरलेस पेश किया जाना है। इसके लिए विधानसभा सचिवालय की ओर से सभी 230 विधायकों को टैबलेट दिए जाएंगे। मीडिया को भी सॉफ्ट कॉपी मुहैया कराने के लिए पेनड्राइव दी जाएगी।
डिजिटल बजट पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह कह चुके हैं कि वे इसका विरोध करेंगे, जबकि उनकी पार्टी के ही कुछ विधायक इसे नवाचर बता रहे हैं। यानी पेपरलेस बजट पर कांग्रेस में एक राय नहीं है। आगे जानेंगे कि किस विधायक की डिजिटल बजट पर क्या राय है…
पहले विधानसभा अध्यक्ष की राय जान लेते हैं
विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा- पहली बार डिजिटल बजट आ रहा है। ये अपने आप में बड़ा नवाचार है। नए विज्ञान से जुड़कर हम ज्यादा और आसानी से जानकारी ले सकते हैं।
कांग्रेस विधायकों के बयान…
नेता प्रतिपक्ष बोले, ये तानाशाही तरीका, सिंह ने कहा- स्वागत योग्य
डिजिटल बजट पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा- मैं विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध करूंगा कि मप्र में एसटी, एससी, महिला, पिछडे़ वर्ग के अधिकांश लोग हैं, इनको पूरी तरह से डिजिटल की जानकारी नहीं है। तानाशाही तरीके से जबरदस्ती बजट के लिखित पेपर न देकर डिजिटल बजट देने का मैं विरोध करूंगा।
नेता प्रतिपक्ष के बयान पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (सोनकच्छ विधायक) ने कहा, ऐसा नहीं है कि एससी, एसटी के विधायक नहीं जानते। मैं इसे थोड़ा गलत मानता हूं। एससी, एसटी के सारे विधायक पढ़े-लिखे हैं। हमारे नेता प्रतिपक्ष के कहने का आशय है कि दोनों तरह की व्यवस्था रखनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष के शब्दों को गलत न मानकर, उसे सही तरीके से समझें।
ईवीएम जैसी कुछ कारगुजारी की होगी…
विदिशा विधायक शशांक भार्गव ने कहा, पहले सरकार बजट ले आए, फिर देखेंगे। इसमें भी कुछ कारगुजारी की होगी, जैसे ईवीएम में की है। सबलगढ़ विधायक बैजनाथ कुशवाह बोले, 80 प्रतिशत लोग डिजिटल के बारे में जानते ही नहीं हैं। कई तो शुद्ध हिंदी भी नहीं जानते। मैं तो अंग्रेजी पढ़ा हूं। वकील हूं। समझ सकता हूं। चंदेरी विधायक गोपाल सिंह चौहान ने कहा, ये पार्टी और बडे़ नेताओं का निर्णय है, वे इस बारे में बात करेंगे। राजपुर विधायक बाला बच्चन ने कहा, जो सरकार का सिस्टम है, उसे हम फेस करेंगे।
अच्छी पहल, नवाचार होना चाहिए…
खिलचीपुर विधायक प्रियव्रत सिंह ने इसे अच्छी पहल बताया। कहा, सरकार डिजिटल बजट लेकर आ रही है। नवाचार होना चाहिए, लेकिन सबसे अच्छा नवाचार ये होगा कि हमारे मुख्यमंत्री एक ऐसी टैबलेट लें, जिससे जुमलेबाजी बंद हो सके। पिछोर विधायक केपी सिंह ने कहा, नए जमाने के हिसाब से जो भी प्रोग्रेस हो रही है, स्वागत योग्य है। हम जैसे जो पुराने विधायक हैं, उनको सीखने के लिए ट्राई करना चाहिए। जबलपुर पश्चिम विधायक तरुण भनोत ने कहा, हम ये देखना चाहते हैं कि बजट के माध्यम से कौन सा शक्तिवर्धक टैबलेट मप्र की जनता को मिलने वाला है।
भाजपा के मंत्री और विधायक क्या बोले…
गृहमंत्री बोले- जैसा नेता प्रतिपक्ष कहेंगे, वैसा करेंगे
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, डिजिटल बजट लाना अच्छी बात है। नेता प्रतिपक्ष के बयान पर बोले- जो नई तकनीक से नहीं जुडे़, उन्हें जोड़ेंगे। जैसा डॉक्टर साहब (नेता प्रतिपक्ष) कहेंगे, वैसा करेंगे। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा, नई तकनीक के साथ और विकास के साथ जुड़ना चाहिए।
नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा- ओडिशा समेत देश की कई विधानसभाओं में ई-बजट आ रहा है। हमारे सारे विधायकों को एक आईपैड में सारी जानकारी मिल जाएगी। पहले हम विधायकों को मिलने वाली बजट की पेपर कॉपी इतनी ज्यादा भारी होती थी कि एक व्यक्ति उठा नहीं पाता था।
कांग्रेस हमेशा अड़ंगेबाजी करती है…
नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने कहा, मप्र में सड़कों का जाल बिछ गया है। सड़क, सिंचाई, बेटियों के लिए लाडली लक्ष्मी, महिलाओं के लिए अब लाडली बहना योजना आ रही है। इस बार का बजट अभूतपूर्व आ रहा है। नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया ने कहा, मप्र का आने वाला बजट उपलब्धियों से भरा होगा। रोजगार पैदा करने के हिसाब से अभूतपूर्व बजट होगा। इस बार भी बेहतरीन बजट आएगा। कांग्रेस की कोई नीति नहीं। सदैव गरीब कल्याण में कांग्रेस अड़ंगेबाजी करती है।
पेपरलेस बजट से खर्चा कम आएगा…
इछावर विधायक करण सिंह वर्मा ने कहा, बहुत अच्छा प्रयास है। विपक्ष का काम विरोध करना है, वो तो कहते रहते हैं। गुढ़ विधायक नागेंद्र सिंह बोले, हम तो अच्छा सोचते हैं। पेपरलेस रहेगा तो खर्चा कम होगा। जब जरूरत पड़ेगी, तो लोग सब सीख जाते हैं।
विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक ने कहा, जिन्हें हार्ड कॉपी चाहिए, उन्हें प्रिंटेड कॉपी भी मिल जाएगी। जतारा विधायक हरिशंकर खटीक ने कहा, विपक्ष का काम बोलने का है। बाकी हम लोगों को कैसे चलाना है, वो काम हमारे विधानसभा अध्यक्ष का है। वो सबको ट्रेनिंग दिला रहे हैं।
विधायक रामबाई बोलीं, भाजपा सरकार का निर्णय बहुत अच्छा
पथरिया से विधायक रामबाई सिंह परिहार ने कहा, बहुत अच्छी बात है। जो इतनी सारी लाखों की किताबें छपती थीं, मैं तो पहले से इसके विरोध में थी। किताबों को कोई देखता-पढ़ता भी नहीं था। भाजपा की सरकार ने जो निर्णय लिया है, वो बहुत अच्छा लिया है।