हिमाचल में बनी 16 दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। केंद्रीय दवा नियंत्रक मानक संगठन (CDSCO) द्वारस देशभर से भरे गए 1348 में से 67 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं। इनमें 16 दवाइयां हिमाचल प्रदेश में बनी हैं, जो मानकों पर खरी नहीं उतर पाई हैं।
फेल पाए गए सैंपल में बुखार, एंटीबायोटिक, विटामिन, कैल्शियम समेत कई गंभीर बीमारियों की दवाइयां शामिल हैं। राज्य दवा नियंत्रक द्वारा सभी कंपनियों को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और उद्योगों को मार्केट से दवाओं का पूरा स्टॉक रिकॉल के आदेश जारी कर दिए हैं।
नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी
राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह का कहना है कि प्रदेश में बनी दवाओं की गुणवत्ता को सुधारने के लिये ड्रग विभाग गंभीर है। जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उन संबंधित उद्योगों को नोटिस जारी करके जवाब तलब किया जाएगा और नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सैंपल लेने का मुख्य उद्देश्य ख़राब गुणवत्ता वाली दवाओं को पकड़ना है, ताकि उनमें सुधार किया जा सके।
जिनके सैंपल फेल, उनकी बन रही सूची
राज्य ड्रग विभाग उन उद्योगों पर पैनी नज़र रखे हुए है, जिनके सैंपल बार-बार फेल हो रहे हैं। सोमवार देर शाम को CDSCO की ओर से जारी ड्रग अलर्ट में हिमाचल के कई उद्योगों ऐसे शामिल रहे, जिनके एक व दो से अधिक दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। वहीं इसके अलावा कई उद्योग ऐसे हैं, जिनके सैंपल बार-बार फेल पाए जा रहे हैं। अब विभाग उन उद्योगों की सूची भी तैयार कर रहा है।