सूरत शहर में एक और मासूम को कुत्तों ने अस्पताल पहुंचा दिया है। खजोद में दो साल की इस बच्ची पर तीन कुत्तों ने उस समय हमला कर दिया, जब वह कुत्ते के बच्चों के साथ खेल रही थी। बच्ची पर पहले एक कुत्ते ने हमला किया। उसे देखकर दो अन्य कुत्ते भी उस पर टूट पड़े। तीनों कुत्तों ने बच्ची को इस कदर नोंचा कि उसके सिर, पेट, पीठ, कमर और हाथ पैर में घाव हो गए। बच्ची के शरीर पर लगभग 40 घाव हुए हैं।
बच्ची की हालत नाजुक
खून से लथपथ बच्ची को सिविल अस्पताल इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत गंभीर है। कुत्तों के इस हमले से मासूम बच्ची ने बोल पा रही है, न कुछ खा पा रही है। डॉक्टरों ने कहा है कि उसके सिर की प्लास्टिक सर्जरी करनी पड़ेगी। घायल बच्ची को सिविल अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में डॉग बाइट का इंजेक्शन देने के बाद सर्जरी विभाग में भर्ती कर दिया गया। इलाज कर रहे डॉक्टर का कहना है कि बच्ची की हालत नाजुक है। कुछ कहा नहीं जा सकता। 24 घंटे तक उसे ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा।
बच्ची को एचआईजी इंजेक्शन दिया गया है
कुत्तों के हमले से बच्ची को गंभीर हेड इंजरी हुई है। उसके सिर पर घाव की जगह प्लास्टिक सर्जरी की जाएगी। बच्ची के शरीर पर कई जगह गंभीर घाव हैं। उसे एचआईजी इंजेक्शन दे दिया गया है। इलाज चल रहा है।
– प्रोफेसर संदीप कंछल, सर्जरी विभाग, सिविल अस्पताल
रोज डॉग बाइट के 40-45 केस आ रहे
शहर में डॉग बाइट के बढ़ते मामलों को देखते हुए न्यू सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में एंटी रेबीज चैंबर बनाया गया है। यहां रोज 40 से 50 नए मरीज और 70 से 75 फॉलोअप के मरीज आ रहे हैं। इसके अलावा 2 से 3 मामले गंभीर भी हैं। मरीजों की संख्या में इजाफा होने से एचआईजी वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया था। हालांकि सिविल प्रशासन ने 300 से अधिक एचआईजी इंजेक्शन मंगवा लिए हैं। गंभीर मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टर को बुलाना पड़ता है। हालांकि भविष्य में अब इस चैंबर में एक अलग से डॉक्टर रखने पर विचार किया जा रहा है।
साइकोलॉजिकल कारण से कुत्ते हमला कर देते हैं
इस मामले में कुत्तों का अटैक पूरी तरह से साइकोलॉजिकल है। बच्ची जब कुत्ते के बच्चों के साथ खेल रही होगी तो इससे किसी कुत्ते ने इनसिक्योर महसूस किया होगा। इससे भी एक कुत्ते ने बच्ची पर हमला किया होगा। उसे देखकर अन्य कुत्तों ने भी हमला कर दिया होगा। कुत्ते बाइक के पीछे भागते हैं तो वे बाइक को काटना नहीं चाहते। वे बाइक से इनसिक्योर महसूस करते हैं। बाइक से कभी किसी कुत्ते को नुकसान पहुंचा होगा। कुत्तों के आक्रमक होने के इस तरह के साइकोलॉजिकल कारण होते हैं। मनपा को सभी क्षेत्रों से कुत्तों के ग्रुप को पकड़ना चाहिए।
मनपा ने घटना स्थल से चार कुत्ते पकड़े हैं
सूचना मिलते ही हमारी टीम घटनास्थल पर पहुंची और वहां से 4 कुत्तों को पकड़ा। सोमवार को भी हमारी टीम वहां से कुत्तों को पकड़ेगी। वहां काफी झाड़ियां हैं। कुत्ते झाड़ियों में भाग जाते हैं।
-दिग्विजय राम, मनपा अधिकारी