मेरठ के थाना हस्तिनापुर के गणेशपुर में गन्ना क्रय केंद्र का लापता चौकीदार की गन्ने के ट्रक के नीचे दबने से मौत हो गई। चौकीदार 24 घंटे से गायब था। परिजन लगातार चौकीदार को ढूंढ़ रहे थे। परिजन पुलिस से बार-बार क्रय केंद्र के बाहर पलटे ट्रक के नीचे चौकीदार को खोजने की गुहार लगा रहे थे। लेकिन सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार, 24 घंटे बाद चौकीदार की ग्नन्ने के नीचे लाश मिली है।
क्रय केंद्र से घर नहीं लौटा था चौकीदार
गणेशपुर गांव में मवाना चीनी मिल का क्रय केंद्र है। क्रय केंद्र पर रहमापुर गांव रहने वाले भगत सिंह (35) चौकीदारी करता था। शुक्रवार देर रात भगत सिंह घर नहीं पहुंचा। परिजनों को परेशानी हुई कि भगतसिंह अभी तक घर क्यों नहीं आया। बाद में परिजनों ने चौकीदार की तलाश शुरू कर दी। ढूंढ़ते हुए परिजन क्रय केंद्र पहुंचे। लेकिन, कहीं चोकीदार नहीं मिला। बाद में पुलिस को भी सूचित किया।
24 घंटे तक नहीं लगा सुराग
चौकीदार के परिजन देर रात जब क्रय केंद्र पहुंचे तो देखा वहां एक गन्ने का ट्रक पलटा पड़ा है। उससे गन्ना गिरा पड़ा था। परिजनों को जब भगतसिंह कहीं नहीं मिला तो शक हुआ कहीं चौकीदार गन्नों के नीचे न दब गया हो। परिजनों ने बार-बार गुहार लगाई कि गन्नों को हटाकर एक बार देख लें। लेकिन सुनवाई नहीं हुई। शनिवार को दिनभर गुजर गया चोकीदार का कोई पता नहीं चला। मृतक की पत्नी सुरेशा है और 4 बेटियां हैं।
परिजनों की नहीं हो रही थी सुनवाई
परिजन लगातार गन्ने के ट्रक के नीचे भगत सिंह के होने की आशंका व्यक्त कर रहे थे। परंतु, परिजनों की बात को अनसुना किया जा रहा था। इस पर परिजन थाने पहुंचे और पुलिस को भगत सिंह के लापता व ट्रक के पलटे होने की जानकारी दी। इस पर पुलिस क्रय केंद्र पर पहुंची और JCB की सहायता से गन्ने हटवाए। गन्ने हटते ही भगत सिंह का शव दबा मिला। भगत सिंह की मौत हो चुकी थी। चौकीदार का शव देख परिजनों में कोहराम मच गया। देर रात तक परिजन हंगामा करते रहे।