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मास्टर साहब बायोमैट्रिक अटेंडेंस बनाइएगा तभी मिलेगा वेतन, अब भी बड़ी संख्या में शिक्षक नहीं बना रहे हाजिरी

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स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने अब राज्य के शिक्षकों को स्पष्ट रूप से कह दिया है कि जब तक बायोमैट्रिक तरीके से अपना हाजिरी नहीं बनाएंगे तब तक वेतन सहित दूसरे लाभ नहीं दिए जाएंगे। यह आदेश सरकारी शिक्षकों के साथ-साथ अब सहायक अध्यापक बन चुके पारा शिक्षकों पर भी लागू होगा। विभाग की ओर से वैसे तो दिसंबर महीने में ही इससे संबंधित आदेश जारी किया था, पर जिलों से भेजे गए रिपोर्ट में विभाग ने पाया कि अब भी 10 के लगभग शिक्षक ऐसे हैं जो बायोमैट्रिक अटेंडेंस बनाने से गुरेज कर रहे हैं। ऐसे शिक्षकों के वेतन सहित अन्य लाभ रोकने की बात कही गयी हैं। विभाग ने जिलों से यह भी पूछा है कि उस वजह का पता लगाएं कि शिक्षक बायोमैट्रिक अटेंडेंस क्यों नहीं बना रहे हैं।
लगभग 10 हजार शिक्षक नहीं बना रहे हाजिरी
साल 2022 के दिसंबर महीने में शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को चिट्‌ठी भेज कर कहा था कि बायोमैट्रिक सिस्टम से शिक्षकों के अटेंडेंस बनाना सुनिश्चित करें। ऐसा नहीं करने की स्थिति में शिक्षकों के वेतन रोक दिए जाएंगे। राज्य में सरकारी शिक्षक व पारा शिक्षकों को मिलाकर कुल 1,15,495 शिक्षक कार्यरत हैं। जनवरी के पहले सप्ताह तक इनमें से 1,04,895 शिक्षक ही बायोमीट्रिक हाजिरी बना रहे थे। करीब 10,600 शिक्षक बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बना रहे थे। शिक्षा विभाग ने ऐसे शिक्षकों को रिमाइंडर भेजा था और बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बनाने पर वेतन भुगतान नहीं किये जाने की चेतावनी भी दी थी। इसके बाद बायोमैट्रिक अटेंडेंस की रफ्तार थोड़ी बढ़ी पर अब भी बड़ी संख्या में शिक्षक अटेंडेंस नहीं बना रहे हैं।
अटेंडेंस और वेतन को लेकर क्या है आदेश
शिक्षा विभाग की ओर से बायोमैट्रिक अटेंडेंस को अनिवार्य किया गया है। हालांकि एक विकल्प इ-विद्यावाहिनी का भी दिया गया है। पर यह व्यवस्था विशेष परिस्थिति के लिए तय की गयी है। यह वैसे शिक्षकों के लिए है जो असमर्थ हैं। शिक्षा सचिव के रवि कुमार ने भी स्पष्ट किया था कि जो शिक्षक ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर विशेष परिस्थितियों में उपस्थिति दर्ज करने में असमर्थ हैं, उनकी स्थिति को देखते हुए उनकी मैन्युअल उपस्थिति के आधार पर उनका वेतन भुगतान किया जाएगा। ऐसे शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक अधिकृत होंगे।डीईओ-डीएसई स्थिति की जांच कर वेतन भुगतान करा सकेंगे।
अटेंडेंस आधारित होगा वेतन वृद्धि का लाभ
राज्य के 60 हजार से अधिक सहायक शिक्षकों (पारा शिक्षक) को चार फीसदी वेतन वृद्धि का लाभ जनवरी माह के वेतन से ही मिलना है। लेकिन इसके लिए परिस्थितियां तय की गयी हैं। शिक्षा सचिव के आदेश के मुताबिक जिन पारा शिक्षकों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम पूरा हो गया है और जो बायोमैट्रिक अटेंडेंस बना रहे होंगे, उन्हें ही इसका लाभ दिया जाएगा। जिन पारा शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच पूरी नहीं हुई हो या बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं बना रहे होंगे, उन्हें बढ़ोतरी व मानदेय का लाभ नहीं मिलेगा

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