पिछले हफ्ते शुक्रवार को कानपुर में हुई हिंसा के मद्देनजर लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस भी अलर्ट के मोड में है। इस बार शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज पर पुलिस की निगरानी शुरू हो गई है। खुफिया विंग ने भी कुछ इलाकों में विवाद होने की आशंका जाहिर करते हुए रिपोर्ट दी है। इसके बाद कमिश्नरेट पुलिस सतर्क हो गई है। किसी भी अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए सभी थानों के शस्त्रागारों से असलहे बाहर निकाल लिए गए हैं। बरेलवी धर्मगुरु और इत्तेहाद-ए-मिल्लत के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने जुमे पर प्रदेशभर के मुसलमानों को एकजुट होने को कहा है जिसे लेकर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
कानपुर में पिछले शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम था। इसी दौरान जुमे की नमाज अता करने के बाद ही शहर में हिंसा भड़क गई थी। तभी से पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया था। जुमे की नमाज को लेकर लखनऊ की कमिश्नरेट पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है। पुराने शहर की 550 मस्जिदों के आसपास सुरक्षा को लेकर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। वहीं पुराने शहर के अलावा भी शहर के सभी थानों में जुमे की नमाज को लेकर बैठक की गई। बृहस्पतिवार शाम जेसीपी एलओ ने पुराने शहर में भारी पुलिस बल के साथ रूट मार्च भी किया।
61 संवेदनशील स्थान चिह्नित
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक, पुराने लखनऊ में चौकसी बढ़ा दी गई है। पुराने शहर को 37 सेक्टर में बांटा गया है। हर सेक्टर का प्रभारी भी पुलिस अधिकारी को नियुक्त किया गया है। इस इलाके में 61 संवेदनशील स्थान भी चिह्नित किए गए हैं। यहां पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। पुलिस के अफसरों ने दोनों धर्म के जिम्मेदारों से बातचीत कर शांति बनाए रखने की अपील की है।
आठ मकानों की छत पर मिले ईंट व मलबा
एसीपी चौक आईपी सिंह के मुताबिक, सुरक्षा के मद्देनजर बृहस्पतिवार को चौक इलाके में ड्रोन की मदद से निगरानी की गई। इस दौरान पुलिस को आठ घरों पर ईंट और मलबा पड़ा मिला। चिन्हित किए गए मकान के मालिकों से संपर्क कर उसे हटवाया गया। शुक्रवार की नमाज को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। सभी थानेदारों को अपने-अपने इलाके में पड़ने वाली मस्जिदों पर ड्यूटी लगाने और चौकसी बढ़ाने का आदेश दिया गया है। जुमे की नमाज की संवेदनशीलता को देखते हुए बृहस्पतिवार शाम करीब छह बजे के आसपास जेसीपी कानून-व्यवस्था पीयूष मोर्डिया ने पश्चिमी जोन के संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल के साथ रूट मार्च किया। उनके साथ डीसीपी पश्चिम सोमेन वर्मा, एडीसीपी चिरंजीवनाथ सिन्हा, एसीपी चौक आईपी सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
छतों और गलियों की निगरानी कर रहे ड्रोन
जुमे से एक दिन पहले ही ड्रोन पुराने लखनऊ में हर घर की छत और गली की निगरानी कर रहे हैं। खासतौर पर यह देखा जा रहा है कि किसी मकान पर पत्थर न इकट्ठे किए गए हों। संदिग्धों पर भी नजर रखी जा रही है। ड्रोन के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां से हर घंटे की फुटेज पुलिस मुख्यालय भेजी जा रही है। पुराने लखनऊ के हर थाने को अतिरिक्त फोर्स और हथियार मुहैया कराए गए हैं। बृहस्पतिवार को अधिकारियों ने असलहों का खुद जायजा लिया और इसका रिहर्सल भी कराया। रिजर्व पुलिस लाइन से भारी मात्रा में असलहे चौक, ठाकुरगंज, सआदतगंज, बाजारखाला थानों में भेजे गए हैं।