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BBC डॉक्यूमेंट्री में पूर्व ब्रिटिश PM बोले- पुतिन ने कहा था मिसाइल अटैक में सिर्फ एक मिनट लगेगा

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ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का कहना है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। बोरिस जॉनसन 2019 से अक्टूबर 2022 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे। पद पर रहते हुए ही उन्हें ये धमकी मिली। इस बात का खुलासा बोरिस जॉनसन ने BBC की नई डॉक्यूमेंट्री में किया है। ये डॉक्यूमेंट्री आज ब्रॉडकास्ट होगी।

इस डॉक्यूमेंट्री में बोरिस ने पुतिन के साथ हुई बातचीत का जिक्र किया है। बोरिस ने बताया- 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमले से पहले मेरी पुतिन के साथ फोन पर बात हुई थी। तब पुतिन ने धमकी देते हुए कहा था- बोरिस मैं तुम्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता हूं, लेकिन मिसाइल अटैक से ऐसा करने में सिर्फ एक मिनट लगेगा।

फरवरी 2022 में रूसी हमले से पहले बोरिस ने यूक्रेन के प्रेसिडेंट वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की थी। इसके बाद ही पुतिन ने बोरिस को फोन किया था।
फरवरी 2022 में रूसी हमले से पहले बोरिस ने यूक्रेन के प्रेसिडेंट वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की थी। इसके बाद ही पुतिन ने बोरिस को फोन किया था।

बोरिस ने पुतिन को यूक्रेन पर हमले से रोका था
डॉक्यूमेंट्री में बोरिस जॉनसन ने बताया- यूक्रेन पर हमले से पहले मैंने पुतिन को समझाने की कोशिश की थी। पुतिन से कहा था कि यूक्रेन के नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) में शामिल होने की कोई संभावना नहीं है। आप ये बात जानते हैं।​

बोरिस ने पुतिन को चेताया भी था। जॉनसन ने कहा था- मैंने पुतिन को समझाने के साथ चेताया भी था। मैंने कहा था कि यूक्रेन पर हमले करने से आपका सामना NATO से सीधे तौर पर होगा। इस हमले से आप NATO से दूरी नहीं बना पाएंगे।

बोरिस जॉनसन नहीं चाहते थे कि पुतिन यूक्रेन पर हमला करें। उन्होंने कई बार पुतिन को रोकने की कोशिश की थी।
बोरिस जॉनसन नहीं चाहते थे कि पुतिन यूक्रेन पर हमला करें। उन्होंने कई बार पुतिन को रोकने की कोशिश की थी।

मेरी बातों को गंभीरता से नहीं ले रहे थे, पुतिन मुझे घुमा रहे थे- बोरिस
डॉक्यूमेंट्री में जॉनसन ने कहा- पुतिन मेरी बातों को गंभीरता से नहीं सुन रहे थे। मुझे लगता है कि पुतिन बहुत ही आराम से बात कर रहे थे, लेकिन वो कुछ समझने तैयार नहीं थे। ऐसा लग रहा था कि वो सिर्फ मेरी कोशिशों और मेरी बातों टाल रहे थे या घुमाने की कोशिश कर रहे थे।

ये फरवरी 2022 को हुए रूसी हमले से पहले ली गई बोरिस जॉनसन और जेलेंस्की की तस्वीर है। इस दौरान जॉनसन ने कहा था कि अगर रूस हमला करता है तो ब्रिटेन सरकार यूक्रेन की मदद करेगी।
ये फरवरी 2022 को हुए रूसी हमले से पहले ली गई बोरिस जॉनसन और जेलेंस्की की तस्वीर है। इस दौरान जॉनसन ने कहा था कि अगर रूस हमला करता है तो ब्रिटेन सरकार यूक्रेन की मदद करेगी।

PM रहते हुए बोरिस जॉनसन ने कई बार पुतिन को रोकने की कोशिश की

  • बोरिस जॉनसन ने हमले से पहले कई बार पुतिन को रोकने की कोशिश की, लेकिन पुतिन नहीं माने। प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने कई बार रूस का विरोध किया। हमले के 8 घंटे बाद ही उन्होंने रूस को जवाब देने की बात कही थी। जॉनसन ने कहा था- यूक्रेन में जो हो रहा है, वो उससे हैरान हैं। ब्रिटेन और उसके सहयोगी देश रूस की कार्रवाई का निर्णायक जवाब देंगे।
  • हमले के अगले दिन बतौर प्राइम मिनिस्टर बोरिस जॉनसन ने ब्रिटिश संसद को संबोधित करते हुए कहा था- पुतिन ने घरेलू नाकामी छिपाने के लिए जंग शुरू की है। पुतिन ने अपने हाथ यूक्रेन के मासूम लोगों के खून से रंग लिए हैं, यह दाग कभी साफ नहीं किए जा सकेंगे। हमने रूस के सभी बैंकों को अपने फाइनेंशियल सिस्टम से बाहर कर दिया है। अब रूस को हमले के नतीजे पता लगेंगे।

रूस ने ब्रिटिश PM बोरिस जॉनसन पर बैन लगाया था

बोरिस जॉनसन ने प्रधानमंत्री रहते हुए रूस पर कई प्रतिबंध लगाए थे। इसके जवाब में रूस ने ब्रिटेन के PM बोरिस जॉनसन और विदेश सचिव लिज ट्रस समेत 10 ब्रिटिश डिप्लोमैट्स पर बैन लगा दिया था। प्रतिबंध के तहत ये लोग रूस में एंट्री नहीं कर सकते।

हमले के बाद 3 बार यूक्रेन गए बोरिस

ये 10 अप्रैल 2022 की तस्वीर है। रूसी हमले के बाद बोरिस कीव पहुंचे थे। उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन इस जंग में यूक्रेन को सपोर्ट करेगा।
ये 10 अप्रैल 2022 की तस्वीर है। रूसी हमले के बाद बोरिस कीव पहुंचे थे। उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन इस जंग में यूक्रेन को सपोर्ट करेगा।
ये तस्वीर 24 अगस्त 2022 की है। यहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की से मुलाकात की थी।
ये तस्वीर 24 अगस्त 2022 की है। यहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की से मुलाकात की थी।
ये तस्वीर हाल की है। 22 जनवरी 2023 को बोरिस जॉनसन यूक्रेन के बूचा शहर पहुंचे। यहां उन्होंने जंग में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
ये तस्वीर हाल की है। 22 जनवरी 2023 को बोरिस जॉनसन यूक्रेन के बूचा शहर पहुंचे। यहां उन्होंने जंग में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।

रूस-यूक्रेन जंग क्यों?
दिसंबर 2021 में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और NATO चीफ जेंस स्टॉल्टेन्बर्ग के बीच मीटिंग हुई। ब्रसेल्स की इस बैठक में यूक्रेन ने एक बार फिर वादा किया कि वो रूस के विरोध के बावजूद NATO जॉइन करेगा। पुतिन के विरोध की वजह यूक्रेन की भौगोलिक स्थिति है। यूक्रेन का करीब 2,295 किलोमीटर लंबा बॉर्डर रूस के साथ है। यूक्रेन के NATO में शामिल होने से अमेरिका और सदस्य देशों की सैन्य गतिविधियां यहां बढ़ सकती हैं। इसे लेकर रूस खुद को खतरा महसूस हो रहा है।

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