झांसी के उन्नाव बालाजी रोड पर स्थित भानु देवी गोयल स्कूल में एक कर्मचारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने एक सुसाइड नोट लिखकर फेसबुक पर अपलोड किया। इसमें लिखा कि “स्कूल की दो महिला कर्मचारी और युवक उसे टॉर्चर कर रहे थे। प्रबंधन को शिकायत की तो वे उल्टा हमें ही गलत बताने लगे।” मौत के बाद परिजनों में भारी आक्रोश है। पोस्टमार्टम के बाद परिजन तहरीर देंगे।
16 साल से स्कूल में कर रहा था काम
मृतक का नाम दीपक सिंह चंदेल (32) है। वह कानपुर नगर के घाटमपुर थाना क्षेत्र के तिलसड़ा गांव का रहने वाला था। 16 साल से वह झांसी के भानु देवी गोयल स्कूल के भारद्वाज छात्रावास की किचन का इंचार्ज था। स्कूल कैंपस में ही वह पत्नी श्वेता और दो बच्चों के साथ रहता था।
श्वेता ने बताया कि “ हॉस्टल के सर नहीं थे, इसलिए 3 दिन से पति दीपक हॉस्टल में ही रुक रहे थे। आज सुबह सास ने फोन लगाकर पति के बारे में पूछा तो हॉस्टल में गई। तब पता चला कि पति ने सुसाइड कर लिया है।”
फेसबुक पर रात में 2 बजे अपलोड किया था सुसाइड नोट
जीजा मुकेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि मरने से पहले दीपक ने रात करीब 2 बजे फेसबुक पर एक पेज का सुसाइड नोट डाला। इसमें लिखा है कि “16 सालों से छात्रावास में काम कर रहा हूं। लेकिन पिछले 3 महीनों से मुझे इतना टॉर्चर किया जा रहा कि आत्महत्या करनी पढ़ रही है। 3 माह से दो महिलाएं और एक युवक बार-बार गाली दे रहे थे। जिसकी शिकायत हॉस्टल अधीक्षक से की।
लेकिन उन्होंने कोई खास एक्शन नहीं लिया। उन्हें केवल समझाकर छोड़ दिया। इसके बाद भी तीनों ने गाली देना बंद नहीं किया। हॉस्टल भी अनुशासित नहीं रहा। कुछ बच्चे अशब्द का प्रयोग करते थे। जिसका डिप्रेशन झेल नहीं पा रहा हूं। शिकायत प्रधानाचार्य से की, मगर वो भी हमें और अधीक्षक को गलत बताते रहे। मेरी बिटिया को पढ़ा देना।”
सुसाइड नोट देखकर रिश्तेदार रह गए दंग
मंगलवार की रात को दीपक छात्रावास के कमरे में सोया था। बुधवार सुबह काफी समय तक उसके कमरे का गेट नहीं खुला। जिसके बाद कर्मचारियों ने खिड़की से झांक कर देखा। वह कमरे के अंदर रस्सी के फंदे पर लटका हुआ था। इधर, सुबह परिजनों ने फेसबुक पर सुसाइड नोट देखा तो हैरान रह गए । दोपहर को कानपुर नगर से परिजन मौके पर पहुंच गए। मृतक के जीजा का कहना है कि हम पोस्टमार्टम के बाद तहरीर देंगे। जिन्होंने साले को परेशान किया, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रिंसिपल बोले- हमसे कभी शिकायत नहीं की
स्कूल प्रिंसिपल अवध किशोर ने बताया कि “प्रताड़ित करने की बात मुझे पता नहीं है। जिन दो महिलाओं के नाम सुसाइड नोट में लिखे हैं, वे वृद्ध महिला है और रोटी बनाने का काम करती हैं। दीपक ने हमसे कभी कोई शिकायत नहीं की है। सुसाइड के कारणों का पता विवेचना से चलेगा।”