ललितपुर में दो बच्चों की मां ने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली। सल्फास की गोलियां खाने के बाद अपने देवर से इतना कहा था कि उसकी दोनों बेटियों का ख्याल रखना, इसके बाद वह कुछ नहीं बोल सकी और गिर गई, उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर झांसी रेफर किया गया, लेकिन झांसी पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसकी मौत हो गई।
इसके बाद परिजन शव को जिला अस्पताल ले आए, जहां से पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं मृतका की बहनों ने ससुरालजनों पर बहन का उत्पीडऩ करने मारने का आरोप लगाया है, वहीं बेटी का शव देखकर मां और बहन बेहोश हो गई थी।
इलाज के लिए ले जाते समय हुई मौत
कोतवाली सदर अंतर्गत मोहल्ला नईबस्ती निवासी 30 वर्षीय छाया जैन पत्नी मनीष कुमार जैन को परिजनों द्वारा बुधवार को सुबह 11:20 बजे उपचार के लिए जिला अस्पताल में बेसुध अवस्था में लाया गया, जहां उन्होंने बताया कि छाया ने सल्फास की गोलियां का सेवन कर लिया है। चिकित्सकों ने उसका उपचार किया, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर उपचार के लिए झांसी मेडीकल कॉलेज रेफर कर दिया था, लेकिन झांसी पहुंचने से पहले रास्ते में ही उसकी मौत हो गई, जिसके बाद परिजन शव को वापिस लेकर शाम साढ़े तीन बजे के दरम्यान जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने शव को मोर्चरी में रखवाकर कोतवाली पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद कोतवाली पुलिस ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का पंचनामा भरा।
छोटे भाई का आया फोन, कहा- भाभी ने जहर खा लिया है
मृतका के पति मनीष जैन ने बताया, ‘‘सुबह बड़ी पुत्री को स्कूल जाने के लिए उसने तैयार किया था, उसके बाद वह अपनी किराने की दुकान पर आ गया था, तभी 10:30 बजे के दरम्यान उसके छोटे भाई का फोन आया,उसने बताया कि भाभी ने सल्फास खा लिया है। उसकी पत्नी छाया ने स्वयं छोटे भाई को बताया कि उसकी दोनों बेटियों का ख्याल रखना, क्योंकि उसने सल्फास का सेवन कर लिया है, सूचना के बाद वह घर पहुंचा था और उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंचा, लेकिन वह कुछ नहीं बोल सकी।’‘
मृतका की बहन ने कहा- दीदी नहीं खा सकती जहर
जिला टीकमगढ़ के ग्राम कुड़ीला मृतका की बहन दिशा ने बताया, ”उसकी बड़ी बहन छाया जैन की शादी 5 साल पहले नईबस्ती निवासी मनीष कुमार जैन के साथ हुई थी, लेकिन शादी के बाद से ही मनीष व उसके ससुरालजन हमेशा उसे दहेज लाने के लिए परेशान करते थे, दहेज न लाने पर ताने देते थे, कभी भी उसकी बहन को घर से नहीं निकलने देते थे, कभी भी बहन की बात नहीं होने देते थे, जब भी बात कराते थे तो रिकार्डिंग करते थे, उसकी बहन बीएससी पढ़ी थी और वह प्राईवेट टीचर थी, वह घर वालों को हमेशा समझाती थी, वह जहर नहीं खा सकती है।”
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संतोष सिंह ने बताया, ”एक युवती की मौत होने की सूचना का मेमो जिला अस्पताल से आया था, जिसके बाद शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उसकी मौत कैसे हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।”