उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय कार्यपरिषद की आपातकालीन बैठक 7 जनवरी को दोपहर 12 बजे आयोजित हो रही है। बैठक में मुख्य विषय 12 व 13 जनवरी को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाले युवा संवाद कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय से दी जाने वाली सहयोग राशि 50 लाख रुपए की स्वीकृति ली जाएगी। हालांकि बैठक के दौरान एक मात्र विषय के अलावा अन्य विषय अध्यक्ष के अनुमति से रखे जा सकते है।
विक्रम विश्वविद्यालय कार्यपरिषद की आपातकालीन बैठक नए वर्ष पहली बैठक 7 जनवरी को दोपहर 12 बजे से मुख्य प्रशासनिक भवन स्थित कार्यपरिषद सभाकक्ष में कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पांडे की अध्यक्षता में आयोजित हो रही है। अभी तक बैठक के एजेंडे में एकमात्र बिंदु रखा गया है। जिसमें युवा संवाद आयोजन के लिए शासन को सहयोग राशि 50 लाख रुपए की स्वीकृति ली जाना है। हालांकि बैठक में इसके अलावा अध्यक्ष की अनुमति से अन्य मुद्दों को शामिल कर चर्चा भी संभव हो सकती है। इसमें एक मुद्दा शिक्षकों के पदोन्नति के लिफाफे खोलने को लेकर भी शामिल हो सकता है। बताया यह भी जा रहा है कि वैसे तो कार्यपरिषद की नियमित बैठक 13 जनवरी को आयोजित होना प्रस्तावित है। इस नियमित बैठक में कार्यसूची में विभिन्न विषय रखें जाएंगे। आपातकालिन बैठक केवल राशि की स्वीकृति के लिए आयोजित की जा रही है।
पदोन्नति के लिफाफे खोलने पर भी बन रही है सहमति
विक्रम विश्वविद्यालय के करीब 18 शिक्षकों के पदोन्नति के लिफाफे पिछले 4 महीने से नहीं खुले है। पूर्व में भी कार्यपरिषद की बैठक आयोजित हुई, लेकिन लिफाफे खोलने को लेकर चर्चा नहीं हुई थी। हालांकि शिक्षकों ने भी लिफाफे नहीं खोलने को लेकर कुलपति के समक्ष विरोध जताते हुए शिक्षकीय कार्य के अलावा उन्हें दिए गए अन्य कार्य से इस्तीफा देने की पेशकश कर दी थी। बताया जा रहा है कि 7 जनवरी को होने वाली बैठक में राशि स्वीकृति के साथ ही शिक्षकों के लिफाफे खोलने पर भी चर्चा हो सकती है। हालांकि मामले में कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडे का कहना है कि यदि कार्यपरिषद सदस्य चाहेंगे तो लिफाफे खोलने का विषय रखा जाएगा। वहीं कार्यपरिषद सदस्य का कहना है कि अभी उन्हें 7 जनवरी को आपातकालीन बैठक होने के अलावा 13 जनवरी को भी कार्यपरिषद की बैठक का मैसेज मिला है, लेकिन बैठक के विषय क्या रहेंगे इसकी जानकारी नहीं है।