दिल्ली पुलिस की इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटजिक ऑपरेशन (आईएफएसओ) यूनिट ने नफरत के संदेश फैलाने एवं सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और स्वामी यति नरसिंहानंद समेत कुल नौ लोगों के पर मामला दर्ज किया हैं। जिसके बाद एआईएमआईएम के समर्थकों ने गुरुवार दोपहर नई दिल्ली जिला डीसीपी के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। पुलिस के द्वारा मना करने पर वह लोग नहीं माने, जिसके बाद पुलिस ने 25 लोगों को हिरासत में लिया।
वहीं, आईएफएसओ यूनिट के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि विभिन्न धर्मों के कई व्यक्तियों के खिलाफ यह प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें साइबर स्पेस में अशांति पैदा करने के इरादे से झूठी और गलत जानकारी को बढ़ावा देने की धाराएं लगाई गई हैं। मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस विभिन्न सोशल मीडिया संस्थाओं की भूमिकाओं की भी जांच कर रही है। साथ ही इस संबंध में कुछ लोगों के सोशल मीडिया यूआरएल की भी जांच की करवाई जा रही है।
पहली एफआईआर में यह लोग है शामिल
दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ यूनिट के डीसीपी के मुताबिक कार्रवाई की जद में आने वालों में नवीन कुमार जिंदल, शादाब चौहान,सबा नकविक,मौलाना मुफ्ती नदीम, अब्दुर रहमान, गुलज़ार अंसारी एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और स्वामी यति नरसिंहानंद शामिल हैं। दिल्ली पुलिस ने इन लोगों सहित कुछ अन्य के खिलाफ विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं दूसरी एफआईआर में भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा सहित अन्य लोग शामिल है।
