समय पर उपचार ना मिलने से सड़क किनारे राज मिस्त्री ने तोड़ा दम
-घटना पर गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष डा. नेगी ने जताया गहरा दुख
हैवी ट्रैफिक, जाम के बीच ऑटो चालक की मनमर्जी एक गरीब की जिंदगी पर भारी पड़ गई। नतीजन, समय पर उपचार ना मिलने पर मेहनतकश मजदूर की सड़क किनारे ही जान चली गई। घटना ऋषिकेश-हरिद्वार हाइवे पर खैरी खुर्द के सामने अंकित वेडिंग प्वॉइंट के पास की है।
पुलिस के मुताबिक रायवाला के वैदिक नगर फर्स्ट निवासी कमल सिंह शाही(50) पुत्र पदम सिंह की तबीयत ठीक नहीं थी। वे अपने छोटे बेटे देव सिंह शाही के साथ श्यामपुर बाईपास पर डॉक्टर को दिखाने जा रहे थे। देव ने बताया पिता ने घर पर ही तबीयत ठीक नहीं होने पर ब्लडप्रेशर की दवा भी ले ली थी, वह कुछ ठीक लग रहे थे फिर भी एहतियातन हम डॉक्टर के पास दिखाने जा रहे थे। हम घर से चले और शेयरिंग ऑटो लिया,जैसे ही नेपाली फार्म क्रास करके अंकित वेडिंग प्वॉइंट के पास पहुंचे तो जाम लगा हुआ था।
लम्बा जाम होने के ऑटो वाले ने आगे जाने से मना कर पिता-पुत्र को वाहन से उतार दिया। बीमार व्यक्ति को उनके बेटे देव ने वहीं पेड़ के नीचे छांव में बैठा दिया। कुछ मिनट में उसने देखा उनके हाथ पांव कांपने लगे और वह तड़पने लगे। बेटे ने हाथ-पांव की मालिश की, लेकिन तब तक उनकी जान चुकी थी।
पुलिस मौके पर पहुंची और एम्बुलेंस मंगवाकर गरीब मजदूर को हॉस्पिटल भेजा। अस्पताल में चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि मृतक कमल पेशे से राज मिस्त्री था और अपने परिवार के साथ रहते था।
उधर इस मामले पर अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष डा. राजे सिंह नेगी ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि श्यामपुर फाटक बंद होने के कारण रोजाना लगने वाले ट्रैफिक जाम एवं ऑटो चालक की लापरवाही के चलते एक गरीब मेहनतकश की जान चली गई। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए नासूर बन चुकी समस्या के निस्तारण के लिए वह लंबे अर्से से मांग करते रहे हैं। समस्या का निस्तारण हुआ होता तो शायद इस घटना को टाला जा सकता था।