काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में UG और PG के एडमिशन बंद हो चुके हैं। मगर, ज्यादातर कोर्सों की सीटें खाली ही रह गईं हैं। एक ओर हजारों छात्र BHU में एडमिशन को तरस रहे हैं। कुलपति से लगातार गुहार लगा रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर खाली सीटों के साथ क्लासेज शुरू कर दी गईं हैं।
BHU में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन को मिलाकर कुल करीब 18 हजार सीटें हैं। इनमें से अभी भी करीब 1500 सीटें खाली रह गईं हैं। ज्यादातर छात्र सीटें छोड़कर दिल्ली यूनिवर्सिटी का रुख कर रहे हैं। वहीं, विश्वविद्यालय के एग्जामिनेशन कंट्रोलर का कहना है कि यदि दिसंबर तक प्रवेश ही होगा, तो कोर्स कब कंप्लीट करेंगे।
शुक्रवार तक के आंकड़ों के अनुसार, BHU में अब तक UG और PG को मिलाकर 16,445 सीटों पर एडमिशन हुए हैं। इसमें UG के 9241 और PG में 7204 कैंडिडेट्स ने एडमिशन लिए हैं।
न एडमिशन और न ही अपग्रेडेशन
फिलहाल, दिल्ली यूनिवर्सिटी और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एडमिशन चलने की वजह से ज्यादातर छात्रों ने BHU से अपना नाम वापस ले लिया है। लगातार एडमिशंस कैंसिल हो रहे हैं। जबकि, रिक्त सीटों पर जरूरतमंद कैंडिडे्ट्स को, न तो एडमिशन दिया जा रहा और न ही, संबंद्ध कॉलेजों से मेन कैंपस में अपग्रेड किया जा रहा।
सबसे ज्यादा लॉ में 150 सीटें खाली
छात्रों ने बताया कि अधिकतर विभागों की सीटें खाली होने लगी हैं। मगर, एडमिशन बंद कर दिया गया है। कुलपति को रोज एडमिशन के लिए 4-6 आवेदन आ रहे हैं। मगर, कहा जा रहा है कि अब कोई नया एडमिशन नहीं होगा।
सोशियोलॉजी के एक छात्र ने बताया कि उसी के विभाग में कुल 17 सीटें खाली हैं। वहीं, सबसे ज्यादा तो लॉ में 150 सीटें खाली हो गईं हैं। वहीं, 35 सीटों वाले फूड मैनेजमेंट में 7 सीटें खाली हैं। इसके अलावा फूड टेक्नोलॉजी और डेयरी टेक्नोलॉजी में B-Tech की सीटें खाली जा रहीं हैं।
दिसबंर तक एडमिशन ही होगा, तो कैसे पूरा होगा कोर्स
BHU के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर एसके उपाध्याय का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने फैसला लिया है कि अब कोई भी नया एडमिशन न लिए जाए। दिसंबर तक यदि विश्वविद्यालय एडमिशन ही लेते रहेंगे तो कक्षाएं कब चलेंगी। जो बच्चे दिसंबर माह में एडमिशन लेंगे उनका कोर्स कैसे पूरा होगा। अब तो महीने भर में सेमेस्टर परीक्षाएं भी शुरू हो सकती हैं। ऐसे में नया एडमिशन कहां से व्यवहारिक है। कुलपति की ओर से भी न्यू एडमिशन बंद करने के सख्त निर्देश हैं।