महाकुंभ-2025 के लिए 150 से अधिक दीर्घकालीन परियोजनाओं के प्रस्तावों को बृहस्पतिवार को फाइनल कर दिया गया। ढाई हजार करोड़ रुपये की लागत वाली इन परियोजनाओं में शहर के विकास के लिए पांच आरओबी भी शामिल हैं। अब इन परियोजनाओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गठित उच्चस्तरीय समिति के समक्ष रखा जाएगा। बजट स्वीकृत होने के साथ ही नए वर्ष में कार्य आरंभ करा दिए जाएंगे। अक्तूबर 2024 तक इन परियोजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
महाकुंभ की अहम परियोजनाओं में शहर के विकास से जुड़े पांच आरओबी शामिल हैं। सेतु निगम की ओर से प्रस्तुत इन सेतु परियोजनाओं के औचित्य को सही पाया गया। इनमें आईईआरटी रेलवे क्रॉसिंग, फाफामऊ में 40 नंबर गुमटी रेलवे क्रॉसिंग, अंदावा चौराहा रेलवे क्रॉसिंग, गारापुर-सिकंदरा के पास, यूनाइटेड इंजीनियरिंग कॉलेज के पास मसिका क्रॉसिंग पर आरओबी निर्माण का प्रस्ताव प्रमुख है। इसके अलावा करेली से न्यू और ओल्ड खुसरोबाग उपकेंद्रों को डबल सर्किट लाइन से जोड़ने के साथ ही 42 सड़कों के चौड़ीकरण, सौंदर्यीकरण के प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई।
महाकुंभ के लिए प्रस्तावित दो वर्ष से अधिक समय लेने वाली दीर्घकालिक परियोजनाओं पर अगले वर्ष जनवरी से ही काम शुरू कराने के लिए कहा गया। इस मौके पर मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, एडीएम कुंभ दयानंद प्रसाद, मेलाधिकारी अरविंद चौहान, नगर आयुक्त चंद्रमोहन गर्ग, पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता केके पाहूजा समेत कई विभागों के अफसर मौजूद थे।
महाकुंभ के लिए 150 से अधिक परियोजनाओं के प्रस्तावों को अंतिम रूप से तय किया गया है। इस पर करीब ढाई हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। इन परियोजनाओं को उच्चस्तरीय कमेटी के समक्ष रखा जाएगा। अगले वर्ष में काम शुरू करा दिया जाएगा। – विजय किरन आनंद, कुंभ मेलाधिकारी।