अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेसी ने कहा है कि विश्व कप के पहले मैच में सऊदी अरब के खिलाफ मिली हार ने उनकी टीम को प्रेरित किया, जिससे उन्हें विश्व कप फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में मदद मिली।
34वें मिनट में मेसी के गोल की बदौलत अर्जेंटीना ने मंगलवार को क्रोएशिया के खिलाफ सेमीफाइनल में बढ़त बना ली। इसके बाद जूलियन अल्वारेज़ के गोल की बदौलत अर्जेंटीना ने 2018 विश्व कप उपविजेता क्रोएशिया को 3-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
अर्जेंटीना को फीफा विश्व कप ग्रुप सी में अपने पहले मैच में सऊदी अरब से 2-1 से हार का सामना करना पड़ा था। मेसी का कहना है कि हार ने टीम को और मजबूत बनाया।
मेसी ने ईएसपीएन के हवाले से कहा, मैं कहूंगा कि पहला मैच हम सभी के लिए एक कठिन झटका था क्योंकि हम 36 मैचों से नाबाद रहे थे। विश्व कप में इस तरह से शुरुआत करना एक झटका था, हमने नहीं सोचा था कि हम सऊदी अरब से हार जाएंगे। यह इस पूरे टीम के लिए एक कड़ी परीक्षा थी लेकिन इस टीम ने साबित कर दिया कि हम कितने मजबूत हैं।
उन्होंने कहा, हमने अन्य मैच जीते। हमने जो किया वह बहुत कठिन था क्योंकि हर मैच एक फाइनल था और हम जानते थे कि अगर हम नहीं जीते तो चीजें हमारे लिए जटिल होंगी। हम पांच मैच जीतने में कामयाब रहे और मुझे उम्मीद है कि फाइनल मैच में भी हम जीतेंगे।
मेसी का यह 25वां विश्व कप मैच था। इसी के साथ उन्होंने विश्व कप में सर्वाधिक मैच खेलने के मामले में जर्मनी के लोथर मथौस की बराबरी की। इसके अलावा उन्होंने विश्व कप में अपने गोलों की संख्या को 11 तक पहुंचाई और हमवतन गेब्रियल बतिस्तुता के रिकॉर्ड को तोड़ा।
उन्होंने कहा, आंतरिक रूप से हमें विश्वास था कि हम फाइनल में प्रवेश करेंगे। हम जानते हैं कि हम एक टीम के रूप में क्या करने में सक्षम हैं। हम पहले मैच में हार गए थे लेकिन इससे हमें मजबूत होने में मदद मिली। आइए इस पल का आनंद लें। यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि यहां और अर्जेंटीना में हमारे प्रशंसकों में खुशी है।
दक्षिण अमेरिकी टीम के पास इस सप्ताह के अंत में फाइनल खेलने पर विश्व कप का 36 साल का इंतजार खत्म करने का मौका होगा। अर्जेंटीना ने आखिरी बार 1986 में विश्व कप जीता था। 2010 में विश्व कप में अपना पहला मैच हारने और फिर चैंपियनशिप जीतने वाली एकमात्र टीम स्पेन थी।