बेगूसराय जिला मुख्यालय शुक्रवार से महामंत्र गायत्री और वेदों के मंत्रोच्चार से गूंजता रहेगा। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा आयोजित 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार महोत्सव को लेकर तैयारी काफी तेज हो चुकी है। पंडाल बन गए हैं, यज्ञ के लिए 108 कुंड भी बनकर तैयार हो गए हैं, अब उन्हें रंग रोगन कर अंतिम रूप दिया जा रहा है। मानव में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण के उद्देश्य से शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में आयोजित होने वाल गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार महोत्सव की शुरुआत 16 दिसम्बर को कलश शोभायात्रा से होगी।
यज्ञ संपन्न कराने के लिए शांतिकुंज से प्रज्ञा पुत्रों की टोली बुधवार को बेगूसराय पहुंच जाएगी। कार्यक्रम को लेकर व्यापक पैमाने पर प्रचार प्रसार किया जा रहा है। बेगूसराय जिला मुख्यालय के आईटीआई मैदान पनहांस में होने वाले यज्ञ को लेकर शुक्रवार को आठ बजे मंगल कलश एवं सदगुरु ज्ञानगंगा सदग्रंथ यात्रा निकाली जाएगी तथा शाम पांच बजे से युग संगीत एवं प्रवचन होगा।
17 दिसम्बर शनिवार को सुबह छह बजे से ध्यान साधना एवं प्रज्ञा योग, उसके बाद देव पूजन एवं गायत्री महायज्ञ, कार्यकर्ता गोष्ठी और शाम में पांच बजे से युग संगीत एवं प्रवचन होगा। 18 दिसम्बर को सुबह छह बजे से ध्यान साधना एवं योग, गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार तथा कार्यकर्ता गोष्ठी होगी। उसके बाद शाम में पांच बजे से युग संगीत, दीप यज्ञ एवं विशिष्ट उद्बोधन होगा। जिसमें देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के प्रति कुलपति और यूथ मोटीवेटर चिन्मय पांड्या मुख्य अतिथि होंगे।
कार्यक्रम के अंतिम दिन 19 दिसम्बर सोमवार को सुबह छह बजे से ध्यान साधना एवं प्रज्ञा योग, आठ बजे से गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति एवं विभिन्न संस्कार, तीन बजे से नारी जागरण गोष्ठी तथा शाम में पांच बजे से युग संगीत और प्रवचन के बाद टोली विदाई के साथ इस अद्वितीय कार्यक्रम का समापन हो जाएगा।