प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज महाराष्ट्र में 75,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, वो हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। यह देश का सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे है। यह नागपुर और शिरडी को जोड़ेगा।
समृद्धि महामार्ग (नागपुर-मुंबई सुपर कम्युनिकेशन एक्सप्रेस-वे परियोजना) देश में बेहतर कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम है। 701 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे लगभग 55,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है।
यह भारत के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे में से एक है। यह महाराष्ट्र के 10 जिलों और अमरावती, औरंगाबाद और नासिक के प्रमुख शहरी क्षेत्रों से होकर गुजरता है। समृद्धि महामार्ग महाराष्ट्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में गेम चेंजर साबित होगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक एक्सप्रेस-वे आसपास के 14 अन्य जिलों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद करेगा। इस प्रकार विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र के क्षेत्रों सहित राज्य के लगभग 24 जिलों के विकास में मदद करेगा। समृद्धि महामार्ग दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट और अजंता एलोरा गुफाओं, शिरडी, वेरुल, लोनार आदि जैसे पर्यटन स्थलों से जुड़ेगा।
इसके अलावा शहरी गतिशीलता में क्रांति लाने वाले एक और कदम के तहत प्रधानमंत्री ‘नागपुर मेट्रो के पहले चरण’ को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वह खपरी मेट्रो स्टेशन पर दो मेट्रो ट्रेनों- खपरी से ऑटोमोटिव स्क्वायर (ऑरेंज लाइन) और प्रजापति नगर से लोकमान्य नगर (एक्वा लाइन), को हरी झंडी दिखाएंगे।
नागपुर मेट्रो के पहले चरण को 8650 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। प्रधानमंत्री 6700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित होने वाले नागपुर मेट्रो फेज-2 का शिलान्यास भी करेंगे। प्रधानमंत्री एम्स नागपुर को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसका शिलान्यास भी जुलाई 2017 में प्रधानमंत्री ने किया था।
नागपुर रेलवे स्टेशन पर प्रधानमंत्री नागपुर और बिलासपुर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। नागपुर में सार्वजनिक समारोह में वह लगभग 590 करोड़ रुपये और 360 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास किए जाने वाले नागपुर रेलवे स्टेशन और अजनी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकारी रखरखाव डिपो, अजनी (नागपुर) और नागपुर-इटारसी तीसरी लाइन परियोजना के कोहली-नरखेर खंड को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इन परियोजनाओं को क्रमश: करीब 110 करोड़ रुपये और करीब 450 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है।
वो नागपुर में नाग नदी के प्रदूषण उपशमन परियोजना की आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के तहत, 1925 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से संचालित की जाएगी। इसके अलावा ‘सेंटर फार रिसर्च, मैनेजमेंट एंड कंट्रोल आफ हीमोग्लोबिनोपैथिस, चंद्रपुर’ राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
इस केंद्र के माध्यम से देश में हीमोग्लोबिनोपैथी के क्षेत्र में नवीन अनुसंधान, प्रौद्योगिकी विकास, मानव संसाधन विकास के लिए उत्कृष्टता केंद्र बनाने की परिकल्पना की गई है।
प्रधानमंत्री सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी चंद्रपुर को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। संस्थान का उद्देश्य पालिमर और संबद्ध उद्योगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कुशल मानव संसाधन विकसित करना है।