फतेहपुर जिले के असोथर थाना क्षेत्र में अपहरण और धर्मांतरण की शिकार युवती ने मेडिकल कराने से इन्कार कर दिया है। अपहरण, धर्मांतरण और निकाह कराने के दो आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। अन्य की तलाश में दबिशें दी जा रही हैं।
असोथर थाना क्षेत्र के सातोपीत गांव की एक हिंदू लड़की का छह महीने पहले अपहरण किया गया था। आठ दिसंबर को धर्मपरिवर्तन कर युवती का निकाह कराया जा रहा था। जानकारी होने पर युवती की मां ने मौके पर जाकर हंगामा कर दिया। युवती की मां के साथ छेड़खानी और मारपीट की गई।
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवती का अपहरण करने वाले अंसारी अहमद और निकाह कराने आए मौलवी कल्लू उर्फ लल्लू को गिरफ्तार लिया था। दोनों को जेल भेज दिया गया है। आरोपी अंसारी की मां सहरून निशां, भाई नौशाद, दिलशाद, अली, भाभी याशमीन बानो, बहन बड़की, तहखन निशा, भोला मसूद फरार हैं।
उनकी तलाश में पुलिस ने सातोंपीत, सातोंजोगा, थरियांव और शहर में छापे मारे हैं। विवेचक विनोद कुमार यादव ने बताया कि पीड़ित युवती को नौ दिसंबर को मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाया गया था। युवती ने मेडिकल कराने से इनकार कर दिया है।
पुलिस ने मौलवी समेत 10 लोगों पर धर्मपरिवर्तन समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मौलवी और निकाह करने वाले युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया है। सदर कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले की रहने वाली 18 वर्षीय युवती को असोथर थाने के सातोंपीत निवासी अंसारी अहमद बहला फुसलाकर ले गया था।