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कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका से जल्द आएंगे 12 नए मेहमान, एमओयू को मिली मंजूरी

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सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के साजिशकर्ता गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के भारत प्रत्यर्पण के लिए केंद्र व पंजाब सरकार पूरी रणनीति से जुड़ गई है। पंजाब पुलिस अब नए सिरे से डोजियर तैयार करने की दिशा में काम कर रही है। पहले चरण में पंजाब के सभी जिलों से गोल्डी के खिलाफ दर्ज केसों का पूरा ब्योरा मांगा गया है ताकि प्रत्यर्पण के लिए जब अमेरिका में ट्रायल चले तो वहां पर भारत सरकार कमजोर न पड़े। इसके अलावा सरकार केसों को मजबूती से रखने के लिए माहिरों से भी विचार विमर्श कर रही है।

कुछ समय में गैंगस्टर गोल्डी बराड़ काफी सक्रिय हो गया था। वह विदेश में बैठकर ही अपना नेटवर्क चला रहा था। पुलिस व एनआईए की जांच में यह सामने आ चुका है लेकिन माहिरों की माने तो प्रत्यर्पण का केस काफी अहम होता है। इस केस में भारतीय एजेंसियों को अपना पक्ष मजबूती से रखना होगा। इस संबंध में मजबूती से सभी साक्ष्य भी रखने पड़ते हैं।

सूत्रों की माने तो गोल्डी बराड़ जैसे कई शातिर अपराधी इसलिए भारत नहीं लाए जा सके क्योंकि उनके केसों की जांच कमजोर थी। साथ ही आरोपी वहां पर राजनीतिक शरण लेने में कामयाब रहे हैं। ऐेसे में पुलिस के माहिर उन सभी केसों की भी स्टडी कर रहे हैं, ताकि उक्त अपराधी को पहल के आधार पर भारत लाया जा सके।

याद रहे कि गोल्डी बराड़ 2017 में स्टडी वीजा पर विदेश गया था। इसके बाद चंडीगढ़ में उसके भाई की हत्या हो गई थी फिर आरोपी ने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग से हाथ मिला लिया था। उस पर करीब 23 केस दर्ज है। इनमें से 17 केस गंभीर हैं। वहीं, दूसरी तरफ शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने शनिवार को गोल्डी बराड़ की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए थे। साथ ही कहा कि सरकार इस चीज को साबित करे।

पहले वाला एसएचओ गैंगस्टरों से मिला था: बलकौर सिंह 
सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने रविवार को बयान दिया कि अब इस मामले में पुलिस की जांच अब बिल्कुल सही चल रही है। इससे पहले मामले की जांच कर रहा एसएचओ ही गैंगस्टरों से मिला था। उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता हूं कि मेरी वजह से कोई परेशान हो। सिद्धू के पिता ने कहा कि केस में ज्यादा जल्दबाजी करना ठीक नहीं है इसलिए वह प्रशासन का पूरा सहयोग कर रहे हैं। अगर वह इंसाफ के लिए जगह-जगह धरना लगाते हैं तो इसका कोई फर्क नहीं पड़ेगा। बल्कि वही होगा जो प्रशासन ने अपने तौर पर करना होगा। वह नहीं चाहते कि किसी को तकलीफ हो। उन्होंने कहा कि कई राजनीतिक नेता सिद्धू या उनके खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और लोग उनकी निंदा भी कर रहे हैं लेकिन इन नेताओं ने इसे कमाई का जरिया बना लिया है।

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